भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव अमित शाह ने रविवार को घोटालों में लिप्त यूपीए सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार ने देश की छवि खराब की है और उसे सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
गुजरात के पूर्व गृहमंत्री शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी नीत केन्द्र की यूपीए सरकार आजादी के बाद की सबसे कमजोर सरकार…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव अमित शाह ने रविवार को घोटालों में लिप्त यूपीए सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार ने देश की छवि खराब की है और उसे सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
गुजरात के पूर्व गृहमंत्री शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी नीत केन्द्र की यूपीए सरकार आजादी के बाद की सबसे कमजोर सरकार रही है जो केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है और भ्रष्टों को संरक्षण दे रही है।
बकौल शाह, संप्रग सरकार ने कई घोटालों में शामिल होेकर देश की छवि खराब की है और उसे देश में शासन चलाने को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। मनमोहन सिंह और उनकी सरकार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी शाह संप्रग सरकार की टूजी, कोयला ब्लाक आवंटन और राष्ट्रमंडल खेलों सहित कई घोटालों में कथित संलिप्तता के खिलाफ एक प्रदर्शन में शामिल होने यहां आए थे।
शाह ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन, टूजी सहित अन्य बड़े घोटालों के खुलासे और भारतीय सैनिकों के सिर काटने, चीनी घुसपैठ और सरबजीत सिंह की मौत जैसी गतिविधियों ने सरकार में जनता के भरोसे को झकझोर दिया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या नरेंद्र मोदी 2014 लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीवार होंगे, उन्होंने कहा कि इस विषय पर पार्टी की संसदीय दल फैसला करेगा।