यूपीए टू के आज चार साल पूरे हो गए। इस मौके पर आज पीएम और सोनिया रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। रिपोर्ट कार्ड पर सभी की नजरे होंगी। रिपोर्ट कार्ड के जरिए लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी सरकार विपक्ष पर पलटवार करेगी और अपनी उपलब्धियां गिनवाते हुए मिशन 2014 के लिए अपना दावा मजबूत करेगी।
आज यूपीए सरकार के कार्यकाल को चार साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर…
यूपीए टू के आज चार साल पूरे हो गए। इस मौके पर आज पीएम और सोनिया रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। रिपोर्ट कार्ड पर सभी की नजरे होंगी। रिपोर्ट कार्ड के जरिए लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी सरकार विपक्ष पर पलटवार करेगी और अपनी उपलब्धियां गिनवाते हुए मिशन 2014 के लिए अपना दावा मजबूत करेगी।
आज यूपीए सरकार के कार्यकाल को चार साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर इस बार एक नहीं दो रिपोर्ट कार्ड जारी किए जाएंगे। चौकिये नहीं, पहले रिपोर्ट कार्ड में जहां 2012-13 की उपलब्धियों का ब्योरा होगा तो दूसरे कार्ड में मनमोहन सरकार के नौ वर्ष की उपलब्धियों का बखान किया जाएगा। इस रिपोर्ट को बनाते समय नजर में रखा गया है 2014 के चुनावों को और साथ ही भष्टाचार के खिलाफ सोनिया और सरकार की प्रतिबध्दता को भी दिखाया गया है।
सरकार ने इस रिपोर्ट में उन तमाम योजनाओं और कदमों का भी बखान किया है जो सरकार ने देश को महंगाई से निजात दिलाने और लोगों को सुरक्षित महसूस करने के नाम पर उठाए थे जैसे डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर स्कीम, आधार कार्ड, मनरेगा, महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयास, खाद्य सुरक्षा विधेयक, लोकपाल, महिला आरक्षण विधेयक डीजल और पेट्रोल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, किसान ऋण माफी योजना।
कॉग्रेस ने आंकड़ों के जरिए यह भी बताने की कोशिश कर रही है कि नौ साल पहले उसे जब सत्ता मिली थी तो हालात बेहद खराब थे और उसने अपने काम के भरोसे मुश्किलों से पार पाया है। कांग्रेस जानती है कि यह 2014 से पहले उसका आखिरी रिपोर्ट कार्ड है लिहाजा वो इसे बेहतरीन बताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।