यूपीए-2 चार साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूपीए-2 का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कई उपलब्धियां गिनाईं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश की अथर्व्यवस्था में सुधार हुआ है और जो मंदी है वो अस्थाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए के दौर में खाद्य सब्सिडी तीन गुना हो गई है। विकास की प्रक्रिया में ग़रीबो…
यूपीए-2 चार साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूपीए-2 का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कई उपलब्धियां गिनाईं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश की अथर्व्यवस्था में सुधार हुआ है और जो मंदी है वो अस्थाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए के दौर में खाद्य सब्सिडी तीन गुना हो गई है। विकास की प्रक्रिया में ग़रीबों की भी भागीदारी पक्की की गई है। कृषि विकास दर औसतन 3.7 रही है। उनका दावा है कि सरकार महंगाई पर काबू पा रही है। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि मंदी के दौर में भी सरकार ने अच्छा काम किया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोनिया के नेतृत्व में सरकार ने कई कामयाबियां हासिल की हैं। विदेश नीति पर भी उन्होंने कहा कि दूसरे देशों से रिश्ते बेहतर हुए हैं। हालांकि पिछले दिनों पड़ोसी देश चीन द्वारा घुसपैठ के मामले को शायद वह भूल गए या उन्होंने इसका जिक्र यहां करना मुनासिब नहीं समझा।
वहीं एनडीए की सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि खाली गिलास मिला भरने में वक्त लगेगा। यानी पिछली सरकार ने जो देश को नुकसान पहुंचाया उसकी भरपाई करने में हमें समय लगेगा।
उधर सोनिया ने कहा कि वह मुख्य विपक्षी दल के अवरोधक रवैये के कारण संसद में महत्वपूर्ण विधेयक पारित नहीं होने से निराश हैं। हालांकि उन्होंने राजग और अन्य विपक्षी दलों से अपील की कि खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण विधेयकों को मिलकर पारित कराएं।
यूपीए रिपोर्ट कार्ड की मुख्य बातें:-
20,100 किमी से अधिक पक्की सड़कों की शुरुआतसंयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण में निवेश दस गुना बढ़ा है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा संप्रग-दो सरकार की चौथी वर्षगांठ पर जारी रिपोर्ट कार्ड में यह जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि संप्रग-दो की शुरुआत बुनियादी ढांचा क्षेत्र को रफ्तार देने की घोषणा के साथ हुई। रिपोर्ट कार्ड में कहा गया है कि सरकार ने देशभर में 20,100 किलोमीटर से अधिक पक्की सड़कों की शुरुआत की। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों में सुधार के लिए भारी निवेश किया। ग्रामीण बुनियादी ढांचे में निवेश की रफ्तार बढ़ीरिपोर्ट कहती है कि ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ने से छोटे किसानों को अपने कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में सहूलियत हुई और उन्हें इस पर बेहतर रिटर्न प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, ‘ग्रामीण बुनियादी ढांचे में निवेश की रफ्तार बढ़ने से कृषि श्रमिकों की वास्तविक मजदूरी में सुधार हुआ। उन्होंने कहा कि 2004 के बाद वास्तविक तरीके से कृषि मजदूरी सालाना 6.8 फीसद की दर से बढ़ी। यह 1994 से 2004 के दौरान हासिल हुई वृद्धि से छह गुना अधिक है।
सरकार खाद्य सुरक्षा विधेयक को पारित कराने के लिए प्रतिबद्धरिपोर्ट में कहा गया कि संप्रग सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक को पारित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें अंत्योदय अन्न योजना के तहत परिवारों को हर महीने रियायती दर पर 35 किलोग्राम अनाज और अन्य परिवारों को पीडीएस के तहत पांच किलोग्राम प्रति व्यक्ति के हिसाब से अनाज पाने का कानूनी अधिकार देने का प्रावधान है।
किसानों के लिए कल्याण कार्यरिपोर्ट में कहा गया है, उत्पादन को बढावा देने के लिए छोटे किसानों को मदद के लिए कृषि रिण में पांच गुणा की बढोत्तरी की गई है। संप्रग सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लगातार बढाया है।
आंतरिक सुरक्षा में सुधारआंतरिक सुरक्षा के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि संप्रग के सत्ता में आने के बाद से जम्मू कश्मीर में स्थिति में तेजी से सुधार आया है, क्योंकि इसने उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में बहु आयामी रुख अपनाया।
उग्रवाद में कमीरिपोर्ट के मुताबिक उग्रवाद से जुड़ी घटनाओं में दस गुणा कमी आयी है, क्योंकि केन्द्र और राज्य सरकारों ने करीबी सहयोग और समन्वय के साथ काम किया है। पिछले चार वर्षो के दौरान वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनाओं में भी आधी से ज्यादा की कमी आयी है।