छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुजूर ने बाबा रामदेव की सभाओं का खर्च भारतीय जनता पार्टी के चुनाव व्यय में जो़ड़ने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बाबा रामदेव ने छत्तीसगढ़ सरकार के अतिथि के तौर पर जितनी सभाएं की हैं, उनका खर्च भाजपा के खर्च में स्थानांतरित किया जाएगा।
भाजपा ने बाबा रामदेव को गैरराजनीतिक व्यक्ति करार दिया है और कहा कि वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं। भाजपा इस बारे में चुनाव आयोग के समक्ष अपील करेगी।
चुनाव आयोग ने बाबा रामदेव के इस बयान पर भी आपत्ति उठाई कि नरेंद्र मोदी देश के सबसे अच्छे प्रधानमंत्री होंगे और रमन सिंह छत्तीसगढ़ में सबसे अच्छे मुख्यमंत्री साबित होंगे।
रामदेव ने इन सभाओं में भाजपा को वोट देने की अपील भी कर डाली। जबकि उनकी यात्रा सरकारी अतिथि के तौर पर हुई थी। चुनाव आयोग ने सीसीटीवी फुटेज मंगाए हैं और उनकी जांच की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग के समक्ष अपील की जाएगी, क्योंकि बाबा रामदेव के पास पार्टी का कोई दायित्व नहीं है।
कांग्रेस और स्थानीय पार्टी छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने बाबा रामदेव की शिकायत चुनाव आयोग से की थी कि वह आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
मंच ने कहा था कि आचार संहिता लगने के बाद रामदेव को सरकारी मेहमान के तौर पर सभाओं में पेश किया गया जहां रामदेव ने भाजपा नेताओं की तारीफ की और वोट देने की भाजपा को वोट देने की अपील भी कर डाली।