कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले के बाद बीसीसीआई के 5 में से 4 उपाध्यक्ष भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। खबर है कि श्रीनिवासन को शाम तक पद छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर ऐसा होता है तो श्रीनिवासन के लिए कुर्सी पर बने रहना और भी कठिन होगा।
समझा जा रहा है कि बीसीसीआई की एक लॉबी श्रीनिवासन की छुट्टी पर आमादा है और उपाध्यक्षों के इस्ती…
कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले के बाद बीसीसीआई के 5 में से 4 उपाध्यक्ष भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। खबर है कि श्रीनिवासन को शाम तक पद छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर ऐसा होता है तो श्रीनिवासन के लिए कुर्सी पर बने रहना और भी कठिन होगा।
समझा जा रहा है कि बीसीसीआई की एक लॉबी श्रीनिवासन की छुट्टी पर आमादा है और उपाध्यक्षों के इस्तीफे इसी गुट की रणनीति का हिस्सा हो सकते हैं। बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक पांच उपाध्यक्ष होते हैं। इन्हें ज़ोन्स के आधार पर चुना जाता है। फिलहाल बतौर उपाध्यक्ष उत्तरी क्षेत्र की नुमाइंदगी बीजेपी नेता अरुण जेटली करते हैं। निरंजन शाह पश्चिम भारत से उपाध्यक्ष हैं। वहीं सुधीर दबीर मध्य भारत, चित्रक मिश्रा पूर्व भारत और शिवलाल यादव दक्षिण भारत से बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। समझा जा रहा है कि इनमें से चित्रक मित्रा को छोड़कर बाकी सभी इस्तीफा दे सकते हैं।
आखिर श्रीनिवासन के खिलाफ़ बीसीसीआई में बगावत की ज़रुरत क्यों पड़ी है। इसकी वजह शायद बोर्ड के संविधान में है जिसके मुताबिक किसी भी अध्यक्ष को सस्पेंड करने की प्रक्रिया काफी पेचीदा है। ऐसा कोई भी फैसला सिर्फ बोर्ड की स्पेशल जनरल मीटिंग में लिया जा सकता है। बोर्ड के सचिव तभी ये मीटिंग बुला सकते हैं अगर बोर्ड की दो तिहाई राज्य इकाईयां इसके लिए उन्हें चिट्ठी लिखें। स्पेशल जनरल बॉडी मीटिंग में भी श्रीनिवासन को हटाने के पक्ष में तीन चौथाई सदस्य होने चाहिएं। यानी कुल 31 सदस्यों वाले बोर्ड में 24 सदस्यों को श्रीनिवासन के खिलाफ़ वोट देना होगा तभी उन्हें हटाने का रास्ता साफ होगा। आपको बता दें श्रीनिवासन का मौजूदा कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा है।