आज का दिन देश में लोगों के लिए मुसीबत भरा साबित हो सकता है। मरीजों की जान पर बन सकती है क्योंकि आज देश भर में बंद रहेंगी दवा की साढ़े सात लाख से भी ज्यादा दुकानें।
सरकारी नीतियों के खिलाफ देश भर के दवा विक्रेता आज हड़ताल पर हैं। अपनी कई मांगो को लेकर ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने किया है बंद का ऐलान।
इसके तहत देश में करीब 7.5 लाख द…
आज का दिन देश में लोगों के लिए मुसीबत भरा साबित हो सकता है। मरीजों की जान पर बन सकती है क्योंकि आज देश भर में बंद रहेंगी दवा की साढ़े सात लाख से भी ज्यादा दुकानें।
सरकारी नीतियों के खिलाफ देश भर के दवा विक्रेता आज हड़ताल पर हैं। अपनी कई मांगो को लेकर ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने किया है बंद का ऐलान।
इसके तहत देश में करीब 7.5 लाख दवा की दुकाने रहेंगी बंद। दिल्ली के 9 हजार से ज्यादा दवा विक्रेता जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। देश के सभी शहरों में दवा विक्रेता मोर्चा निकाल कर धरना देंगे।
एक दिन की इस हड़ताल के जरिए दवा विक्रेता अपनी कई मांगें सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। इनकी सबसे बड़ी मांग सरकार की नई दवा नीति में बदलाव है जिसके चलते इनका मुनाफा घट जाएगा। इसके साथ ही दवा की रिटेल दुकान पर फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को लेकर भी ये समाधान की मांग कर रहे हैं। दवा विक्रेता ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट में 2008 के संशोधन में भी बदलाव चाहते हैं। इसके दवा दुकानदार इस क्षेत्र में एफडीआई का भी विरोध कर रहे हैं।
अपनी इन मांगों के बाबत AIOCD ने सरकार को चिट्ठी भी लिखी है। अब दवा कारोबारी हड़ताल के जरिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे है लेकिन इनकी इस लड़ाई की खामियाजा बेबस जनता को ही भुगतना पडेगा।