समाजसेवी अन्ना हजारे बुधवार से एक बार फिर अनशन पर बैठेंगे। वह अपने गांव रालेगण सिद्धि में सुबह 10 बजे अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे। वह मोदी सरकार से अब तक लोकपाल और लोकायुक्त नियुक्त की नियुक्ति की मांग करेंगे, इसके साथ ही वह किसानों को मुद्दा भी उठाएंगे।
हजारे ने कहा कि उनका यह अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरोध में नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज और देश की भलाई के लिए वह आंदोलन करते आए हैं। उसी प्रकार यह अनशन भी उनके इसी आंदोलन का हिस्सा हैं।
समाजसेवी हजारे ने पत्रकारों से कहा कि लोकपाल कानून बने हुए पांच साल हो गए और मोदी सरकार पांच साल से लगातार बयानबाजी करती आ रही है। उन्होंने कहा, “अगर मोदी सरकार के दिल में होता तो ये पांच साल लगाना जरूरी था।