कल तक हर मंच पर एक साथ नजर आने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह की दूरियां बढ़ने वाली हैं. आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में अन्ना हजारे ने संकेत दिये हैं कि भविष्य में वीके सिंह के साथ जुड़े रहने को लेकर उनके मन में गंभीर सवाल हैं और वे जल्द ही पूर्व सेनाध्यक्ष से अपना रिश्ता तोड़ सकते हैं.
अन्ना के मुताबिक वीके सिंह का नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करना और किसी पार्टी विशेष के प्रति झुकाव, इसकी मुख्य वजह है.
दरअसल, हरियाणा के रेवाड़ी में रिटायर सैनिकों की रैली में जनरल वीके सिंह ने नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया था. इसके बाद से ही वीके सिंह के बीजेपी ज्वाइन करने के कयास लगाए जा रहे हैं.
वीके सिंह के बारे में पूछे जाने पर अन्ना ने कहा, ‘देश में जागरुकता फैलाने के अभियान के दौरान एक बार भी ऐसा नहीं लगा कि वीके सिंह का झुकाव किसी पार्टी के प्रति है. न ही उन्होंने कभी ऐसा जाहिर किया. अगर वे किसी पार्टी का हिस्सा बनते हैं तो हमारा रिश्ता खत्म हो जाएगा.’
अन्ना हजारे बुधवार को दिल्ली में होंगे. इस दौरान जनलोकपाल आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बैठक होने वाली है जिसमें बिल को लेकर साल के अंत में रामलीला मैदान में होने वाले आंदोलन के लिए रणनीति बनाई जाएगी. इस दौरान वीके सिंह को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
अन्ना हजारे ने कहा, ‘बुधवार को वीके सिंह से मुलाकात हो सकती है, इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि वे किसी पार्टी का हिस्सा बनना चाहते हैं या नहीं. पर फिलहाल मैं वीके सिंह के साथ कोई रिश्ता नहीं रखना चाहते.’