भारत में बढ़ते मानसिक तनाव के मामलों को लेकर सरकार ने नई पहल की है. अब फिट इंडिया मुहिम के अंतर्गत उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाएगा. यूजीसी की पहल पर छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उन्हें मेंटल फिटनेस की ट्रेनिंग दी जाएगी.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि उच्च शिक्षा के संस्थानों के लिए UGC ने विशेष गाइडलाइंस जारी की हैं. इस गाइडलाइन के अनुसार छात्रों के लिए कॉलेज में फिटनेस कैंपेन चलाया जाएगा. देशभर के स्कूलों में पहले ही छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार के फिटनेस कार्यक्रम शुरू किए जा चुके हैं. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शुरू किया जा रहा फिटनेस कार्यक्रम अलग स्तर का हो सकता है. कार्यक्रम में छात्रों को मानसिक तनाव कम करने के तौर-तरीके भी सिखाए जाएंगे.
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों की फिटनेस सुनिश्चित करने के उद्देश्य से केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू से भी चर्चा की. इसके बाद सीबीएसई और फिट इंडिया ने एक संयुक्त प्रयास के तहत छात्रों के लिए शुरू किए गए ऑनलाइन चैनल पर शारीरिक शिक्षा का विशेष सेशन चलाया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन पाठ्यक्रम को शारीरिक और फिटनेस के साथ जोड़ने का काम किया है.
मंत्रालय की इस पहल के बाद अब बाकायदा योग और शारीरिक फिटनेस के प्रशिक्षित अध्यापक, छात्रों को घर के अंदर ही रहते हुए कसरत करने के गुर सिखा रहे हैं. इसके अलावा छात्रों को स्कूल बंद रहने के दौरान मानसिक संतुलन बेहतर बनाए रखने के तौर-तरीके भी ऑनलाइन पाठ्यक्रम के माध्यम से सिखाए जा रहे हैं.
देशभर में स्कूली छात्रों के लिए आयोजित फिटनेस कार्यक्रम को सोशल मीडिया के माध्यमों जैसे कि फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए भी देखा जा सकता है. छात्रों के लिए कसरत और योगा की क्लास को डाउनलोड करने की सुविधा भी है.
गौरतलब है कि छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई यह विशेष कक्षाएं, केंद्रीय खेल मंत्रालय के फिट इंडिया कार्यक्रम की मदद से चलाई जा रही हैं. इन कक्षाओं में छात्रों के लिए बेसिक एक्सरसाइज, भोजन में न्यूट्रिशंस की जानकारी, योगा, मेडिटेशन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की टिप्स ऑनलाइन बताई जाएंगी.