नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे तीन दिन की यात्रा पर शुक्रवार यानि आज भारत दौरे पर आ रहे हैं। इससे एक दिन पहले ही गुरुवार को जापान ने भारत के साथ बेहद बड़े प्रोजेक्ट में हाथ मिलाया है। भारत में बुलेट ट्रेन चलाके के लिए जापान ने चीन को पछाड़कर 98.13 हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट हथिया लिया।
ये फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। जापान भारत में बुलेट ट्रेन के लिए ट्रैक बनाने और अन्य जरूरी ढांचा तैयार करने में सहयोग करेगा। वह मुंबई अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन की कुल लागत का 80 प्रतिशत रमक देगा। शिंजो आवे की 12 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात भी होनी है। इस मुलाकात में बुलेट ट्रेन के साथ कई प्रोजेक्ट पर समझौते हो सकते हैं।
जापानी प्रधानमंत्री शुक्रवार दोपहर को दिल्ली पहुंचेंगे। शाम को चार बजे उनकी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात होगी। वे दिल्ली में भारत-जापान रिश्तों से जुड़े एक सेमिनार में शामिल होंगे। आबे देश के बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे। वहीं जापान के प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।
इसके बाद आबे पीएम मोदी के साथ वाराणसी जाएंगे। यहां वे दशाश्वमेध घाट पर गंगा-आरती में शामिल होंगे। घाट पर होने वाले कार्यक्रम के लिए लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दे दी है। सिक्युरिटी के लिए फिलहाल यह स्टेज आर्मी और नेवी के कब्जे में रहेगा। दो दिनों तक वहां के नाव वालों को भी घाट पर जाने की इजाजत नहीं होगी। मोदी और शिंजो भी नेवी की बोट पर बैठकर बातचीत करेंगे। घाटों, मंदिरों और महलों पर शार्प शूटर तैनात रहेंगे। जापान के सिक्युरिटी एजेंट्स यहां तीन दिन पहले ही पहुंच चुके हैं।