जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तानी एजेंसियों की पनाह में किसी बिल में जाकर छिप गया है. लेकिन सूत्रों से ख़बर आ रही है कि उसका करीबी रिश्तेदार यूसुफ अजहर इंडियन एअर फोर्स की स्ट्राइक में मारा गया है. यूसुफ अजहर ही वो शख्स था, जो मसूद अजहर की निगरानी में पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में आतंकी कैंप चला रहा था. वहीं जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी.
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार की सुबह भारतीय वायु सेना के 12 मिराज-2000 विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर एअर स्ट्राइक कर दी. निशाने पर थे भारत के मोस्ट वॉन्टेड़ आतंकी मसूद अजहर के ठिकाने. इसी में शामिल है बालाकोट का वो इलाका जहां मौलाना मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर आतंक की फेक्ट्री चला रहा था.
कौन था मौलाना यूसुफ अजहर
पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ट्रेनिंग कैंप था. जिसका संचालन मसूद अजहर का निगरानी में मौलाना यूसुफ अजहर कर रहा था. उसका दूसरा नाम उस्ताद गौरी भी है. वो रिश्ते में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का साला है. वो काफी समय से जैश के साथ काम कर रहा था. लेकिन वो कभी लाइम लाइट में नहीं आता था. 1999 में कंधार विमान अपहरण में यूसुफ अजहर शामिल था. वो अपहरणकर्ताओं की टीम को लीड कर रहा था. मसूद को छुड़ाने के बाद वो जैश में भर्ती का काम देख रहा था. बाद में मसूद अजहर ने उसे संगठन में अहम जिम्मेदारी दी. उसे बालाकोट में मौजूद आतंकी ट्रेनिंग कैंप की जिम्मेदारी दी गई. यूसुफ मंगलवार को इंडियन एअर फोर्स के हमले में मारा गया. उसके साथ ही जैश के कई टॉप कमांडर और ट्रेनर भी मारे गए.