नई दिल्ली। सरकार कचरा प्रबंधन पर 15 जुलाई तक संशोधित नियम पेश करेगी। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने “मजदूर दिवस” पर कचरा प्रबंधन में कचरा उठाने वालों के योगदान की भी सराहना की।
जावड़ेकर ने कहा कि संशोधित नियमों के पीछे मुख्य उद्देश्य कचरा प्रबंधन को और प्रभावी व वैज्ञानिक बनाना है, जिससे अगले तीन-चार साल में देश का चेहरा बदला जा सके तथा स्वच्छ भारत का लक्ष्य हासिल किया जा सके। जावड़ेकर ने कहा कि संशोधित नियमों में स्रोत पर ही कचरे को अलग करने पर जोर दिया गया है। यद्यपि यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन इसे हासिल करना बेहद मुश्किल है।
उद्योग मंडल सीआइआई द्वारा आयोजित एक परामर्श बैठक के दौरान जावेड़कर ने बताया कि कचरा प्रबंधन पर नियमों का मसौदा तैयार कर लिया गया है। लोगों से टिप्पणियां प्राप्त होने के बाद संशोधित नियमों को 15 जुलाई तक अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन पर नियमों को इसलिए भी संशोधित किया जा रहा है क्योंकि नियम (ठोस कचरा, इलेक्ट्रानिक कचरा, जैव-चिकित्सा कचरा और प्लास्टिक कचरा) पिछले कई सालों से बदले नहीं गए हैं। लोगों से विचार लेकर नियम बदले जा रहे हैं।