नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने रैली को तमाशा बताया है।
साथ ही भाजपा नेताओं को नसीहत दी है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद करें। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्य कांत धस्माना ने भाजपा को उत्सव मोड में बताया है।
रैली के बहाने उत्सव
कांग्रेस नेता धस्माना का कहना है कि एक ओर भाजपा नेता उन लोगों केचित्र और सीडी दिखाने का दावा कर रहे हैं जो अभी भी दबे हुए हैं वहीं रैली के बहाने प्रदेश की राजधानी में उत्सव मनाया जा रहा है। 
जगह-जगह होर्डिंग्स में नेताओं के मुस्कराते चेहरे, तोरणद्वार, और कटआउट से देहरादून का पाट दिया गया है। वहीं आपदा पीड़ितों को लेकर सरकार पर बेबुनियादी आरोप लगाती है।
उनका कहना है कि प्रदेश के लोगों ने इस बार आपदा केचलते दीपावली और राज्य स्थापना दिवस जैसे समारोह सादगी से किए। जबकि भाजपा करीब 20 करोड़ रुपए खर्च कर उत्सव मना रही है। भाजपा चाहती तो इस रकम से पीड़ितों की मदद कर सकती थी।
एचएन बहुगुणा की रैली भी यादगार थी
मोदी की रैली को रिकार्ड तोड़ बताया जा रहा है। भाजपा 1996 में अपने नेता अटल बिहारी वाजपेयी की रैली को पछाड़ने को बेताब है। 
शहर के पुराने लोगों का कहना है कि 1981 में हेमवती नंदन बहुगुणा ने बड़ी रैली कर इंदिरा गांधी को चुनौती दी थी। बहुगुणा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर दुबारा लोकसभा चुनाव लड़ा था।
परेड ग्राउंड में तब स्टेडियम आदि का निर्माण नहीं था ठसाठस भरा था और सड़क के किनारे लोगों ने उनका भाषण सुना था।