पी7 न्यूज का कैमरा जब केदारनाथ धाम पहुंचा तो डरा देने वाली तस्वीरें सामने आईं। देवभूमि पर बर्बादी का ऐसा कहर पहले कभी नहीं देखा गया था। कभी भक्तों की जय-जयकार से गूंजने वाले केदारनाथ धाम में शमशान-सा सन्नाटा छाया हुआ है।
हिमालय में आए सैलाब के पांच दिन बाद पी7 चैनल जब केदारनाथ पहुंचा तो यहां का हाल रौंगटे खड़े देने वाला था। यहां पसरा सन्नाटा खून जम…
पी7 न्यूज का कैमरा जब केदारनाथ धाम पहुंचा तो डरा देने वाली तस्वीरें सामने आईं। देवभूमि पर बर्बादी का ऐसा कहर पहले कभी नहीं देखा गया था। कभी भक्तों की जय-जयकार से गूंजने वाले केदारनाथ धाम में शमशान-सा सन्नाटा छाया हुआ है।
हिमालय में आए सैलाब के पांच दिन बाद पी7 चैनल जब केदारनाथ पहुंचा तो यहां का हाल रौंगटे खड़े देने वाला था। यहां पसरा सन्नाटा खून जमा देने वाला था। यहां की बर्बादी बता रही है कि केदारनाथ धाम पर सैलाब का कहर किस कदर लोगों पर टूटा होगा।
शनिवार की रात और रविवार की सुबह बरपे कुदरती कहर ने देखते ही देखते केदारनाथ धाम के आसपास सबकुछ बर्बाद कर दिया था। सैलाब ने केदारनाथ मंदिर के चबूतरे को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। मंदिर के बाहर लगे सूखे हुए हार इस भयानक तबाही के गवाह हैं। हमेशा शिवलिंग के सामने नजर आने वाली नंदी बैल की मूर्ति भी सलामत नहीं बची।
यहां के मौजूदा हाल के देखकर यकीन करना मुश्किल हो रहा था कि इसी जगह पर हजारों भक्तों तांता लगा रहता था। चौंकाने वाली बात यह है कि श्रद्धालुओं की दर्जनों लाशें पिछले 5 दिन से यहां अंतिम संस्कार का इंतजार कर रही हैं। जिन धर्मशालाओं में महादेव के दर्शन के बाद भक्त आराम करते थे वहां, इंसान का नामोनिशान तक नहीं है।
इस मातम के बीच भी उम्मीदें भी, उसी भोले शंकर से हैं, जिनका ये धाम है, क्योंकि केदारनाथ में सबकुछ तबाह हो चुका है, सलामत है तो सिर्फ शिवलिंग।