नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। इसके साथ ही लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। आज सरकार की कोशिश राज्यसभा में जीएसटी बिल पास कराने की थी, लेकिन विपक्ष के हंगामे ने उसको यह मौका ही नहीं दिया।
लोकसभा में जारी रहा विपक्ष का हंगामा
आज सुबह लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी शुरू कर दी। विपक्ष ने इस दौरान “पीएम सदन में आओ” के नारे भी लगाए। इसके बाद कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने लोकसभा से वाकआउट कर दिया है। विपक्ष ने बाद में संसद परिसर में लगी गांधी मूर्ति के पास सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। यहां पर विपक्ष ने प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो के नारे लगाए।
राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
वहीं राज्यसभा में हर रोज की तरह आज भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
चला बैठकों का दौर
सदन शुरू होने से पहले आज संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए संसदीय मामलों की केबिनेट कमेटी की बैठक भी हुई है। इसके बाद पीएम की अध्यक्षता में एनडीए सांसदों की फ्लोर बैठक हुई जिसमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नजमा हेप्तुल्ला, प्रकाश जावड़ेकर, रामविलास पासवान, के अलावा खुद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। इस मौके पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस बहस से भागती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कल तर्कहीन तमाशा किया। कई बिल पास होने हैं, देश की तरक्की में कोई रोड़ा नहीं होगा। विपक्ष द्वारा सदन में लगातार गतिरोध पैदा करने के खिलाफ आज एनडीए के सभी सांसद आज सेव डेमोक्रेसी के लिए 12:30 बजे विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी करने वाले हैं।
ललितगेट पर हंगामा
इससे पहले बुधवार को राज्यसभा और लोकसभा में ललित मोदी विवाद पर चर्चा हुई। इस दौरान सरकार की तरफ से जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी बिना जानकारी के एक्सपर्ट हैं। जेटली सदन में सरकार की तरफ से पूरे विवाद पर बयान दे रहे थे जिसमें उन्होंने इंसानियत के आधार पर मदद करने को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा।
आरोपों को सरकार ने किया खारिज
वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि जो आरोप सरकार पर लगाए जा रहे हैं वो पूरी तरह से निराधार हैं। यह पूरा सत्र केवल खोखले नारो की वजह से बेकार हो गया। वित्त मंत्री ने कांग्रेस और यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, यूपीए सरकार ने ललित मोदी के खिलाफ कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की।