समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को संसद भवन के बाहर कहा कि यदि सरकार किसानों के हितों की रक्षा का वादा करे और यह सुनिश्चित करे कि उन्हें उनकी फसल पर लाभ मिलेगा तो पार्टी खाद्य सुरक्षा विधेयक का समर्थन करने को तैयार है।
मुलायम की यह टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि ऐसी खबरें थीं कि निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति ना…
समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को संसद भवन के बाहर कहा कि यदि सरकार किसानों के हितों की रक्षा का वादा करे और यह सुनिश्चित करे कि उन्हें उनकी फसल पर लाभ मिलेगा तो पार्टी खाद्य सुरक्षा विधेयक का समर्थन करने को तैयार है।
मुलायम की यह टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि ऐसी खबरें थीं कि निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के मुद्दे की छाया खाद्य सुरक्षा विधेयक पर सपा का समर्थन हासिल करने के कांग्रेस के प्रयासों पर पड़ सकती है।
उन्होंने कहा, यदि वे वादा करें कि किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होगी और उन्हें उनकी उपज पर लाभ मिलेगा, तब हम विधेयक का समर्थन कर सकते हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस द्वारा 28 वर्षीय नागपाल के निलंबन का मुद्दा उठाए जाने के बाद खाद्य विधेयक पर सपा का रूख कड़ा हो गया है, मुलायम ने कहा कि दोनों मुद्दे आपस में संबंधित नहीं हैं और खाद्य सुरक्षा विधेयक पर हमारा रूख लंबे समय से जाहिर है। उन्होंने कहा, हम किसानों के हितों की अनदेखी की अनुमति नहीं दे सकते।
सपा प्रमुख ने हालंाकि संकेत दिया कि वर्ष 2010 बैच की आईएएस अधिकारी नागपाल के खिलाफ कार्रवाई सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए की गयी जो मस्जिद की दीवार गिराए जाने के बाद भड़क सकता था। हालांकि एक वरिष्ठ सपा नेता ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर सवालिया अंदाज में कहा कि अधिकारी ने बिना किसी शिकायत के दीवार क्यों गिरायी।
पार्टी में यह भी राय है कि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विवाद में खुद को अनावश्यक रूप से घसीट लिया है और संभव है कि उन्हें पूरे तथ्यों की जानकारी नहीं दी गयी हो। सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में यह सुनिश्चित करने को कहा था कि अधिकारी के साथ अनुचित तरीके से बर्ताव नहीं हो।