पी चिदंबरम के जाने के बाद वीआइपी सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय का नजरिया बदल गया है। चिदंबरम के जमाने में जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त वीआइपी की जिस सूची पर कैंची चली थी, अब उसे हासिल करने के लिए नेताओं का फिर तांता लग गया है।हाल में जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त नेताओं की सूची में केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और बसपा के राज्य सभा सदस्य ब्रजेश पा…
पी चिदंबरम के जाने के बाद वीआइपी सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय का नजरिया बदल गया है। चिदंबरम के जमाने में जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त वीआइपी की जिस सूची पर कैंची चली थी, अब उसे हासिल करने के लिए नेताओं का फिर तांता लग गया है।हाल में जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त नेताओं की सूची में केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और बसपा के राज्य सभा सदस्य ब्रजेश पाठक का नाम भी शामिल हो गया है। चिदंबरम के कार्यकाल में पाठक की वीआइपी सुरक्षा छिन गई थी। उत्तर प्रदेश के गोंडा से कांग्रेस सांसद बेनी प्रसाद वर्मा को गृह मंत्रालय ने इस आधार पर जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई है क्योंकि उन्हें धमकी भरी टेलीफोन कॉल्स मिल रही थीं।इस बारे में केंद्रीय मंत्री वर्मा का कहना है कि नक्सली हिंसाग्रस्त राज्य छत्तीसगढ़ स्थित इस्पात संयंत्रों और लोहे की खान आए दिन दौरा करने के कारण उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। इस बीच उन्हें फोन पर धमकियां भी मिलने लगी थी। बकौल बेनी बाबू, मुझे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के कट्टर विरोधी के तौर पर देखा जाता है। इसके अलावा कई लोगों से मेरी राजनीतिक दुश्मनी भी है। जेड प्लस के तहत वर्मा को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के विशेष कमांडो दस्ते की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। जेड प्लस प्राप्त वीआइपी की सुरक्षा में हर वक्त 20 जवान तैनात रहते हैं। ये जवान वीआइपी के आवास पर उपलब्ध सुरक्षा व्यवस्था के अतिरिक्त होंगे। गृह मंत्रालय के अनुसार वर्मा के साथ मोबाइल सुरक्षा दल रहेगा।केंद्रीय मंत्री जब राष्ट्रीय राजधानी के बाहर भी होंगे तो उनके साथ कमांडो रहेंगे। वर्तमान में करीब 37 वीआइपी/वीवीआइपी को सीआइएसएफ सुरक्षा कवच हासिल है। राज्यों के जिन नेताओं को जेड प्लस सुरक्षा हासिल है, उनमें मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पंजाब के राजस्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, पूर्व सपा नेता अमर सिंह (सिर्फ दिल्ली में जेड प्लस) और एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एमएस बिट्टा प्रमुख हैं।