मंगलवार को सड़क हादसे में मारे गए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे पंचतत्व में विलीन हो गए. मुंडे के पैतृक गांव परली में उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. मुंडे की बड़ी बेटी पंकजा ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. महाराष्ट्र के लातूर में कुछ समय तक रखे जाने के बाद हेलीकॉप्टर के जरिये उनका शरीर यहां लाया गया. परली में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. शव के यहां पहुंचने के साथ ही यहां अफरा-तफरी मच गई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद, पंकजा ने खुद माइक संभाला और लोगों से शांत रहने की अपील की.
अंतिम संस्कार में लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी समेत कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले, बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी और गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर भी परली पहुंचे. अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए परली गांव में भारी भीड़ जुटी. बड़ी संख्या में लोग मुंबई से भी वहां पहुंचे. इससे पहले आज लोकसभा में भी दिवंगत मुंडे को श्रद्धांजलि दी गई, जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वहीं, मुंडे के निधन से नाराज कुछ लोग परली गांव में बीजेपी नेता नितिन गडकरी के खिलाफ नारे वाली बैनर लेकर पहुंचे.
जहां होना था स्वागत, अब वहीं अंतिम विदाई
एक दिन पहले महाराष्ट्र के बीड में गोपीनाथ मुंडे के स्वागत की जोरदार तैयारियां थीं, लेकिन स्वागत समारोह सदमे में बदल चुका है. बीड शहर में सन्नाटा पसरा है. समर्थकों में भारी दुख है. रोते-सुबकते मुंडे समर्थकों को यकीन नहीं हो रहा है कि सबके चहेते नेता मुंडे हमेशा के लिए चले गए हैं.
गोपीनाथ मुंडे जनता का शुक्रिया अदा करने वाले थे. एक दिन पहले बीड जाने के लिए ही वे दिल्ली से निकलने वाले थे, लेकिन उनके रास्ते में मौत आ गई. एक जानलेवा हादसे ने दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक की सियासत को झकझोरकर रख दिया है.
मुंडे के निधन पर हर तरफ मातम 
इससे पहले, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं सहित हजारों की संख्या में शोकाकुल लोग मुंबई हवाई अड्डे पर मुंडे का पार्थिव शरीर लेने पहुंचे. सुरक्षा बलों ने मुंडे को सलामी दी. वाहनों के काफिले के साथ मुंडे का पार्थिव शरीर वर्ली स्थित उनके पारिवारिक आवास ‘पूर्णा’ लाया गया, ताकि उनके नाते-रिश्तेदार एवं निकट मित्र उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें.
वरिष्ठ नेताओं में विनोद तावड़े, किरीट सौमैया, रामदास अठावले, राज पुरोहित, मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे पाल्वे और अन्य लोग मुंडे के पार्थिव शरीर के साथ थे. मुंडे का पार्थिव शरीर सांताक्रुज से वर्ली जिस रास्ते से लाया गया, उस पर सैकड़ों की संख्या में मुंडे के समर्थक इंतजार करते रहे और ‘गोपीनाथ मुंडे अमर रहें’ के नारे लगाए.