विधानसभा भंग होने का गुस्सा नैशनल कान्फ्रेंस के प्रधान और सांसद डा फारूक अब्दुल्ला ने भी खूब निकाला है। उन्होंने एक बार फिर विवादित बयान देेते हुये जम्मू कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक को केन्द्र का गुलाम कह डाला। अब्दुल्ला ने कहा कि विधानसभा को भंग करके उन्होंने साबित कर दिया कि वे सिर्फ और सिर्फ केन्द्र के गुलाम हैं और कुछ नहीं। अगर केन्द्र उन्हें बैठने के लिए कहेगा तो वह बैठ जाएंगे और अगर केन्द्र उन्हें खड़ा होने को कहेगा तो वह खड़े हो जाएंगे।

डा अब्दुल्ला यहीं पर नहीं रूके बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि गवर्नर साहब ने उस समय विधानसभा भंग नहीं की जब हमने उनसे विनती की थी। तब वे शायद भाजपा के मोल भाव का इंतजार कर रहे थे ताकि वो विधायक खरीद सके और सरकार बना सके। उन्होंने कहा कि इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि गवर्नर मलिक ने बुधवार को उस समय विधानसभा को भंग कर दिया जब कथित तौर पर महबूबा ने सरकार बनाने के लिए उन्हें फैक्स किया था। गवर्नर साहब ने कहा था कि ईद की छुट्टी होने के चलते आफिस में कोई नहीं था इसलिए उन्हें महबूबा का फैक्स नहीं मिला।