उज्जैन। फेविकोल ने कई ऐसे एड बनाए हैं, जिनकी पंच लाइन लोगों की जबान पर रहती है। ‘दम लगाके हईशा’ से लेकर ‘ये फेविकोल का जोड़ है, टूटेगा नहीं’ की पंच लाइन हर किसी के जेहन में होगी। दबंग-2 में तो एक गाना ही फेविकोल पर बना था- मेरे फोटो को सीने से यार…। मगर, फेविक्िवक के हालिया विज्ञापन तोड़ो नहीं, जोड़ो को लेकर उज्जैन के सांसद चिंतामनी मालवीय ने आपत्ित उठाई है।
दरअसल, फेविकोल और फेविक्िवक एक ही कंपनी पिडिलाइट के उत्पाद हैं। सांसद ने गृह मंत्री से मांग की है कि इस विज्ञापन के डायरेक्टर, स्क्रिप्ट राइटर और कंपनी के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण आपराधिक कार्रवाई की जाए। इस विज्ञापन में दिखाया जाता है कि वाघा बॉर्डर पर भारत और पाकिस्तान के जवान खड़े हैं।
सेल्यूट के दौरान पाकिस्तानी सैनिक को पता चलता है कि उसका जूता टूट गया है। भारतीय सैनिक चालाकी से फेविक्िवक लगाकर उसका जूता ठीक कर देता है। आखिरी में एक लाइन बोली जाती है- तोड़ो नहीं जोड़ो। मालवीय को इसी विज्ञापन से ऐतराज है। उन्होंने कहा कि यह विज्ञापन राष्ट्रविरोधी है और देश के सैनिकों की बेज्जती करने वाला है।