पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है. बंगाल में चिटफंड केस को लेकर सीबीआई जांच और पुलिस में जारी तकरार के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कूद गई हैं, उनके समर्थन में विपक्ष एकजुट हो रहा है तो बीजेपी के कई बड़े नेता ममता बनर्जी पर हमला करने लगे हैं. हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने उनकी तुलना ताड़का से कर डाली.

शारदा चिट फंड में जांच में ममता बनर्जी के बाधा डालने के आरोप में हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने रविवार को उनकी तुलना ताड़का से करते हुए कहा कि छोटे होते थे, जब रामलीला देखने जाया करते थे तो उसमें एक सीन आया करता था कि ऋषि-मुनि जब यज्ञ किया करते थे तो ताड़का उसमें व्यवधान डाल दिया करती थी, ठीक उसी प्रकार का रोल ममता बनर्जी कर रही है.

उन्होंने आगे कहा कि चाहे योगी आदित्यनाथ की रैली हो, चाहे अमित शाह यात्रा निकालना चाहे तो उसमें रुकावट डालती है, कभी किसी का हेलिकॉप्टर रोकती है, इसीलिए पूरी तरह से ममता बनर्जी वही कर रही है जो ताड़का किया करती थी.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि हम सभी को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होना चाहिए. वहीं पश्चिम बंगाल के हालात पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र को तार-तार किया जा रहा है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. वहां की मुख्यमंत्री ने एक अभूतपूर्व संवैधानिक संकट खड़ा किया है.

उन्होंने आगे कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शारदा चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है और यह आज की नहीं बल्कि 2014 से पहले की है. जांच पूरी होने पर किस के फंसने का डर है. जांच में सहयोग क्यों नहीं किया जा रहा है और यह नहीं होने देना सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है. इसके जरिए देश की संघीय ढांचे को नष्ट करने की कोशिश की जा रही हैं.

शिवराज चौहान ने आगे कहा कि सच बात यह है कि बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की बढ़ती हुई लोकप्रियता से घबराकर बीजेपी के नेताओं की सभाएं रोकी जा रही हैं. हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी जा रही और कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही जिसे कभी भी जायज नहीं ठहराया जा सकता. पश्चिम बंगाल में अब टीएमसी का जाना तय है.

वहीं बंगाल मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और विजय गोयल का कहना है कि केंद्र का सीबीआई के मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं है. ममता बनर्जी नाटक कर रही हैं सीबीआई अपना काम कर रही है जिसे रोकने की कोशिश की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही सीबीआई कोलकाता में जांच के लिए गई थी. लेकिन ममता अपना वजूद और जनता में आधार खो रही हैं इसलिए वह बौखलाई हुई हैं.