बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन की फिर पोल खुल गई है। छपरा जिले के मशरफ इलाके में स्थित एक प्राइमरी स्कूल में परोसे गए मिड डे मील खाने से अब कुल कुल 11 बच्चों की मौत हो गई है जबकि स्कूल में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिनका इलाज चल रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक करीब 2 से 2:30 बजे बच्चों को मिड डे मील परोसा गया…

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन की फिर पोल खुल गई है। छपरा जिले के मशरफ इलाके में स्थित एक प्राइमरी स्कूल में परोसे गए मिड डे मील खाने से अब कुल कुल 11 बच्चों की मौत हो गई है जबकि स्कूल में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिनका इलाज चल रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक करीब 2 से 2:30 बजे बच्चों को मिड डे मील परोसा गया, जिसके करीब एक घंटे बाद बच्चों की तबियत खराब होने लगी। इसके बाद बच्चों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती करवाया गया, लेकिन विषाक्त भोजन से बच्चों की हालत बदतर होती गई और करीब घंटे भर में ही 5 बच्चों ने दम तोड़ दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं और और मरने वाले प्रत्येक बच्चों को 2 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, बिहार के शिक्षा मंत्री ने घटना के तुरंत बाद आपात बैठक बुलाया है।
इस घटना के बाद राजनीतिक बहस का दौर भी शुरू हो गया है। बिहार में गठबंधन सरकार में शामिल रही बीजेपी के नेता गिरिराज सिंह ने कुशासन का आरोप लगाते हुए तत्काल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है। जबकि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने घटना पर दुख जताते हुए जांच की मांग की है।
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि बच्चों को परोसी गए मिड डे मील यानी खिचड़ी में उपयोग हुआ अनाज सड़ा था। हालांकि अभी तक इस विषय में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।