भूमि पूजन के बाद बोले पीएम मोदी, आज पूरा भारत ‘राममय’ है

0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। भूमि पूजन से पहले पीएम मोदी हनुमानगढ़ी गए, जहां उन्होंने रामसेवक हनुमान जी की आरती की। तत्पश्चात वो राम मंदिर जन्मभूमि पहुंचे और राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के बाद ने ट्वीट कर कहा कि कई-कई सदियों तक, कई-कई पीढ़ियों ने अखंड, अविरत, एकनिष्ठ प्रयास किए हैं। आज का यह दिन उसी तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से क्षीर भवानी तक, कोटेश्वर से कामाख्या तक, जगन्नाथ से केदारनाथ तक, सोमनाथ से काशी विश्वनाथ तक, सम्मेद शिखर से श्रवणबेलगोला तक, बोधगया से सारनाथ तक, अमृतसर से पटना साहिब तक, अंडमान से अजमेर तक, लक्षद्वीप से लेह तक, आज पूरा भारत राममय है।

सिलसिलेवार ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण की यह प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। यह महोत्सव है- विश्वास को विद्यमान से जोड़ने का, नर को नारायण से जोड़ने का, लोक को आस्था से जोड़ने का, वर्तमान को अतीत से जोड़ने का और स्व को संस्कार से जोड़ने का।

पीएम मोदी ने कहा कि जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों। भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है, जिसमें प्रभु राम झलकते न हों। भारत की आस्था में राम हैं, आदर्शों में राम हैं। भारत की दिव्यता में राम हैं, दर्शन में राम हैं। राम भारत की ‘अनेकता में एकता’ के सूत्र हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में न जाने कितने देश हैं, जहां की आस्था में या अतीत में, राम किसी न किसी रूप में रचे-बसे हैं। मुझे विश्वास है कि आज इन देशों में भी करोड़ों लोगों को राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने से बहुत सुखद अनुभूति हो रही होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम समय, स्थान और परिस्थितियों के हिसाब से बोलते हैं, सोचते हैं, करते हैं। राम हमें समय के साथ बढ़ना सिखाते हैं, चलना सिखाते हैं। राम परिवर्तन के पक्षधर हैं, राम आधुनिकता के पक्षधर हैं। उनकी इन्हीं प्रेरणाओं और आदर्शों के साथ भारत आज आगे बढ़ रहा है।