मंदी की मार – निवेशक कर रहे है सोने के मुकाबले डॉलर में निवेश

0

मुंबई – इमालवा | सोने की कीमतों में लगातार भारी गिरावट हो रही है। मंगलवार को सोना 26 हजार रुपए/10 ग्राम के नीचे चला गया। सोना वायदा कारोबार में 25270 रुपए/10 ग्राम तक पहुंच गया। यह सोने का पिछले 15 महीनों में सबसे निचला स्तर है।

पिछले हफ्ते से लगातार गिर रहा सोना मल्टि-कमोडिटी एक्सचेंज में जून के लिए 1.41 फीसदी यानी 364 रुपए की गिरावट के साथ 25270 रुपए/10 ग्राम तक पहुंच गया।
वैश्विक स्तर पर सोना सोमवार को 9.35 फीसदी गिरकर 1360.60 अमेरिकी डॉलर/आउंस पर पहुंच गया था। पिछले 2 दिनों में सोने में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

अगस्त में डिलिवरी के लिए 266 रुपए यानी 1.02 फीसदी फिसलकर 25835 रुपए/10 ग्राम पर पहुंच गया। मार्केट ऐनालिस्ट्स के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में तेज गिरावट के बीच स्टॉकिस्टों की ताबड़तोड़ बिकवाली से सोने में गिरावट दर्ज की जा रही है।

सोने की कीमत में भारी गिरावट का रुख क्यों हुआ है | इसको लेकर हर कोई चकित है , लेकिन जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार ये पाच प्रमुख कारण है जिसके चलते बाज़ार इस तरह लुढ़क गया है |

1. सप्लाई बढ़ने का डर – साइप्रस की आर्थिक खस्ताहाल होने के कारण बेल आउट पैकेज के लिए सोने और गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की बिकवाली से बाजार में पीली धातु की सप्लाई बढ़ने की आशंका है इसलिए निवेशकों ने दूसरे सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया है।

2. महंगाई दर घटना : दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था अमेरिका में पिछले दस माह में मार्च में थोक मूल्यों में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है। ऐसे में महंगाई दर घटने, सोने को उसके बचाव के रूप में माने जाने और कीमतें आगे न बढ़ने की आशंका के चलते निवेशकों ने सोना बेचना शुरू कर दिया।

3. ब्याज दर में वृद्धि : अमेरिका में हाल में ब्याज दर में वृद्धि दर्ज की गई है। यह डॉलर को मजबूत और सोने को कमजोर करेगा, इस आशंका के चलते पीली धातु के निवेशकों ने सोने के मुकाबले डॉलर में निवेश करना ज्यादा मुनासिब समझा।

4. सुधारवादी कार्यक्रम बंद होने का डर : हाल में फेडरल पॉलिसी के लेकर हुई बैठक में कुछ अर्थशास्त्रियों द्वारा सरकार द्वारा उठाए जा रहे सुधारवादी कदमों को इस साल के अंत तक खत्म किए जाने की सलाह के बाद सोने के निवेशकों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हुआ।

5. शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न : आशंकाओं के बीच अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस में निवेशकों को बेहतर औसत से मिल रहे रिटर्न ने सोने के निवेशकों को रुख बदलने को मजबूर किया।