महागठबंधन फॉर्मूले से बनी कर्नाटक की कांग्रेस और जेडीएस सरकार पर एक बार फिर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. लगातार मच रही राजनीतिक उठापठक के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बयान दिया है कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं, कांग्रेस के विधायक अपनी लाइन क्रॉस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को अपने विधायकों को कंट्रोल करना चाहिए.
बता दें कि कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बयान दिया था कि उनके नेता कुमारस्वामी नहीं बल्कि कांग्रेस के सिद्धारमैया हैं. जिस पर एचडी कुमारस्वामी ने जवाब दिया है. कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस को इन सभी मुद्दों को देखना चाहिए, अगर वो ये सब जारी रखना चाहते हैं तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक की सरकार पर संकट मंडरा रहा है. अभी कुछ दिन पहले ही दो निर्दलीय विधायकों ने कुमारस्वामी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. इससे पहले कांग्रेस के ही कुछ विधायक नाराज चल रहे थे और कहा जा रहा था कि वे सभी भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में थे.
बीते दिनों खबरें थीं कि कांग्रेस के कुछ विधायक नाराज हैं और मुंबई में डेरा डाले हुए हैं. इस बीच बीजेपी के नेताओं की तरफ से लगातार बयानबाजी की जा रही थी कि कुछ ही दिनों में कर्नाटक में भी बीजेपी की सरकार होगी.
जिस दौरान कांग्रेस विधायक मुंबई में थे, तब बी.एस. येदियुरप्पा अपने सभी 104 विधायकों के साथ गुरुग्राम में डेरा डाले हुए थे. यहां वह पार्टी प्रमुख अमित शाह से मुलाकात करने आए थे, लेकिन अटकलों का बाजार गर्म था कि ये सब सरकार बनाने की कोशिशें हैं. गौरतलब है कि कर्नाटक में बीते साल अप्रैल-मई में चुनाव हुए थे, तब से अब तक कई बार कांग्रेस और जेडीएस के बीच तल्खी देखने को मिली है.
क्या कहता है समीकरण?
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए 113 विधायकों की जरूरत है. अभी कुमारस्वामी सरकार के साथ कांग्रेस के 80 और जेडीएस के 37 यानी कुल 117 विधायक हैं. जबकि 2 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है, वहीं बसपा का 1 विधायक पहले ही समर्थन वापस ले चुका है. गौरतलब है कि बीजेपी के पास अभी 104 विधायक हैं ऐसे में उसे 9 विधायकों की जरूरत है.