महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 25,833 नये मामले सामने आये जो पिछले साल मार्च से रोजाना के सबसे अधिक मामले हैं। इन नए मरीजों को मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 23,96,340 हो गई है। बृहस्पतिवार को 58 मरीजों की मौत हो जाने के बाद राज्य में अबतक 53,138 लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। रोजाना 24,886 मामलों का रिकार्ड पिछले साल 11 सितंबर को सामने आया था। राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है।
केंद्रीय दल ने अपनी रिपोर्ट में ऐसा कहा था। अधिकारी ने बताया कि दिन के दौरान 12,764 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 21,75,565 हो गई है। राज्य में इस समय 1,66,353 मरीज उपचाराधीन हैं। नागपुर शहर में दूसरे दिन कोविड-19 के सबसे अधिक 2,926 मामले सामने आए। इसके बाद मुंबई शहर में 2,877और पुणे में 2,791 मामले दर्ज किए गए।
मुम्बई में अबतक के सबसे अधिक नए मामले सामने आए हैं। आठ मरीजों की मौत हो जाने के साथ ही अबतक यहां 11,555 लोग इस संक्रमण से जान गंवा चुके हैं। शहर में पिछले साल सात अक्टूबबर को कोविड-19 के 2,848 मामले सामने आये थे जो यहां इस संक्रमण के सिर उठाने के बाद सर्वाधिक थे। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संभागीय आयुक्तों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए घोषित पाबंदियों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है।
डिजिटल बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य में रोजाना मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं लेकिन टीकाकरण अभियान ने भी रफ्तार पकड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल इस महामारी के आने के बाद बृहस्पतिवार को सर्वाधिक मामले के मद्देनजर जिला प्रशासन संक्रमितों के संपर्क में आने व्यक्तियों की पहचान की गति बढ़ाए, पाबंदियां एवं सुरक्षा नियम लागू करें ।” ठाकरे ने कहा कि रोजाना तीन लाख टीके लगाना लक्ष्य होना चाहिए। स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने कहा कि यदि रोजाना मामलों में वृद्धि जारी रही जो अप्रैल के पहले सप्ताह में राज्य में तीन लाख मरीज उपचाराधीन होंगे।