प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी शुक्रवार को मोडासा पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, मोदी यहां अरावली में एक वाटर सप्लाई स्कीम की शुरुआत करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी आदिवासी और युवाओं को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा मोदी गांधीनगर के महात्मा मंदिर में इंटरनेशनल टैक्सटाइल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे.
पाटीदारों के गढ़ में रोड शो
इससे पहले गुरुवार को पीएम मोदी ने राजकोट में रोडशो भी किया, यहां एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि 40 साल बाद कोई पीएम राजकोट आया है. राजकोट की मेरे दिल में खास जगह है. मेरे राजनीति की शुरुआत गुजरात से हुई है. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की जिम्मेदारी सिर्फ उनके परिवार की ही नहीं बल्कि पूरे समाज की है. आजादी के 70 साल के बाद भी साइन लैंग्वेज हिंदुस्तान के हर राज्य में अलग-अलग है. दिव्यांग जनों के इस भाषा में भी भेद था. इसलिए पूरे देश में दिव्यांग कहीं जाता था और कुछ समझता था तो उसे समझने के लिए कोई इंटरप्रेटर नहीं था.
साबरमती से गोरक्षकों को संदेश
गुरुवार को साबरमती आश्रम में संबोधन भी किया. मोदी ने यहां गौरक्षा पर लगातार देशभर में हो रही हिंसा पर कड़ा संदेश दिया, तो वहीं लगातार देशभर भीड़ के द्वारा हो रही हिंसा पर भी दुख जताया. पीएम मोदी ने इस दौरान एक वाकया भी सुनाया, जिसे सुनाते वक्त वह काफी भावुक हो गए थे. मोदी ने अपने बचपन का एक किस्सा सुनाया.
मोदी ने कहा कि कहीं एक्सिडेंट होने पर भी लोग एक दूसरे को मारने पर उतारू हो जाते हैं. गाय की रक्षा, गौ की भक्ति महात्मा गांधी, विनोबा जी से बढ़कर कोई नहीं कर सकता है. देश को उसी रास्ते पर चलना होगा. मोदी ने कहा कि विनोबा जी ने जीवन भर गौ रक्षा के लिए काम करते रहे, मैं उनसे भी मिला भी था. पीएम मोदी बोले कि देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना ही होगा.