चंडीगढ़: सैक्टर-36 के एम.सी.एम. कॉलेज के ऑडीटोरियम में चले इंट्रैक्टिव सैशन में सांसद पवन कुमार बंसल ने छात्राओं व स्टाफ के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने अपने छात्र काल से लेकर राजनेता बनने के सफर की यादें सांझा कीं। सत्र का विषय हालांकि मुख्य तौर पर राष्ट्रीय विकास में युवाओं की भूमिका एवं महिला सशक्तिकरण पर आधारित था, पर बंसल ने छात्राओं से विषय से हटकर भी सवाल पूछने का मौका दिया।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. पुनीत बेदी ने सांसद का स्वागत किया और छात्राओं संग परिचर्चा में हिस्सा लेने के लिए समय निकालने के लिए उनका आभार जताया। बंसल ने कहा कि उन्हें इस कॉलेज की उन्नति तथा गुणवत्ता शिक्षा के प्रचार-प्रसार में इसकी भूमिका देखकर बड़ा हर्ष हो रहा है।
महिलाओं की भूमिका के बारे में बंसल ने कहा कि जहां एक ओर महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हुई हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय समाज में अब भी भेदभाव की भावना मौजूद है। बंसल ने कहा, ‘देश के दक्ष कार्यबल में महिलाओं का प्रतिशत 20 प्रतिशत से अधिक नहीं है जो बेहद कम है और इसमें सुधार की जरूरत है। शिक्षा हमारे पूर्वकाल की सीमाओं के बंधन तोड़ सकती है पर मेरे लिए दुख की बात है कि इसका एक पीड़ित पक्ष महिलाएं भी हैं। यदि हमारी मंशा देश में क्रांतिकारी बदलाव लाने की है तो हमें पहले अपने रवैये में बदलाव लाना होगा।
उन्होंने हाल ही में दिल्ली में घटित शर्मनाक बलात्कार कांड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘लोगों को राजनीति राजनेताओं पर नहीं छोड़ देनी चाहिए बल्कि राजनीति में हिस्सा लेना चाहिए।
सत्र में सवालों-जवाबों का सिलसिला
कॉलेज में पॉलीटिकल साइंस विभाग की प्रमुख कविता ठाकुर के सवाल से सवाल-जवाब शुरू हुए। उन्होंने सांसद से पूछा कि युवाओं की ऊर्जा को देश के लिए कुछ कर गुजरने के प्रति प्रेरित करने की दिशा में लगाने के लिए क्या किया जाना चाहिए, बंसल ने जवाब में कहा कि हरेक विद्यार्थी में नैतिकता का भाव रहता है और जब बात देश के लिए कुछ कर गुजरने की हो तो उन्हें युवाओं की ऊर्जा को लेकर कभी भी संदेह नहीं रहा है। यह पूछे जाने पर कि भारतीय समाज में महिलाओं के लिए करियर के क्या विकल्प हैं, तो इसके जवाब में सांसद ने कहा कि समाज के कल्याण में महिलाओं की सक्रिय भूमिका जरूरी है और राजनीतिक दलों में उन्हें कई मौके दिए जा रहे हैं।
छात्रा नंदिनी ने पूछा कि रेलवे के निजीकरण और रेलगाडिय़ों का प्रयोग विज्ञापन में करने से रेलवे को कितना फायदा हो सकता है, बंसल ने कहा कि रेलवे के लिहाज से यह अच्छा विचार है, जिसमें देशभर में रोजाना 2.30 करोड़ लोग सफर करते हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञापन से रेलवे को अच्छा खासा नॉन-टैरिफ रैवेन्यू मिल सकता है। एम.सी.एम. कॉलेज छात्र संघ की प्रैजीडैंट शिवांगी शर्मा ने पूछा कि भारत में महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाने चाहिए। सांसद ने कहा कि कानून को सख्त करने की जरूरत है।
यह पूछे जाने पर कि वे विदेशों में अपने लिए संभावनाएं खंगाल रहे युवाओं के बारे में क्या सोचते हैं, बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा अपने तत्कालीन केंद्रीय वित्तमंत्री के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था को मुक्त करने के बाद हालात में बदलाव आए हैं।
चंडीगढ़ को एजुकेशन हब बनाने के बारे में सांसद ने कहा कि चंडीगढ़ पहले से ही एक अहम शिक्षा का केंद्र है पर इसके और विकास के लिए ट्राईसिटी की हॉलिस्टिक ग्रोथ पर गौर करना होगा। एक अच्छा छात्र नेता बनने के बारे में पूछे गए ऐश्वर्या अरोड़ा के सवाल के जवाब में उन्होंने लोगों का हिस्सा बनकर उनसे जुडऩे के पहलू पर जोर दिया।
एक छात्रा ने शहर में पेड पार्किंग से छात्रों को छूट देने का मुद्दा भी उठाया। इस पर बंसल ने कहा कि यह दर विदेशों में वसूली जाती रकम से कहीं कम है और यह सब पार्किंग को सही करने के लिए होता है न कि पैसा कमाने के लिए, इसलिए विधार्थियों के लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं है। युवाओं पर मंदी के असर बारे पूछने पर सांसद ने कहा कि अर्थव्यवस्था जल्द सुधरेगी और हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे।