राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज चल रहे डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा है कि उन्होंने कोई भी समझौते की शर्त नहीं रखी है, और किसी आलाकमान से उनकी बातचीत नहीं चल रही है. पायलट गुट का कहना है कि अशोक गहलोत के पास कांग्रेस के मात्र 84 विधायक हैं बाकी हमारे साथ हैं.
सचिन पायलट गुट का यह दावा ऐसे समय सामने आया है जब सोमवार दोपहर में अशोक गहलोत ने 100 से अधिक विधायकों की परेड करायी. सीएम अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन हासिल है. इनमें से 104 जयपुर में मौजूद हैं, जबकि 5 विधायकों ने समर्थन पत्र सौंपा है. वहीं सचिन पायलट के सपोर्ट में उन्हें मिलाकर कुल 17 विधायक हैं.
फिलहाल पार्टी आलाकमान ने सचिन पायलट से कहा है कि वह आएं और बात करें. पार्टी हाईकमान ने सचिन पायलट को मैसेज भेजा था कि, ‘हमारा आप पर स्नेह है. हम आपका सम्मान करते हैं. हम आपके स्वागत के लिए तैयार हैं. प्लीज आइए और बात कीजिए.’
वहीं राजस्थान में कांग्रेस चीफ व्हीप महेश जोशी ने इंडिया टुडे से बातचीत में दावा किया कि कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास बहुमत है. राजस्थान सरकार को कोई खतरा नहीं है. हमें पता नहीं है कि पायलट खेमे में क्या हुआ है. राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे उनसे बात कर रहे हैं. बीजेपी राजस्थान में अपने नापाक मंसूबों को पूरा नहीं कर पाएगी.’
इससे पहले, कहा जा रहा था कि सचिन पायलट को मनाने के लिए कांग्रेस के पांच दिग्गज नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम और अहमद पटेल ने उनसे बात की. लेकिन फिलहाल सचिन पायलट इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उनकी किसी आलाकमान से बातचीत हुई है और न ही समझौता के लिए शर्त रखी है.