नई दिल्ली। करीब आठ माह के राष्ट्रपति शासन के बाद दिल्ली विधानसभा को भंग कर दिया गया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उप राज्यपाल नजीब जंग की सिफारिश पर विधानसभा का कार्यकाल भंग कर दिया है। इससे पहले मंगलवार को कैबिनेट ने भी इसकी मंजूरी दी थी। अब दिल्ली वालों को अपना मुख्यमंत्री चुनने के लिए एक बार फिर से मतदान करना होगा।
आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद यहां राष्ट्रपति शासन लागू था। जिसके बाद किसी भी पार्टी की ओर से फिर से सरकार नहीं बनाने के कारण उपराज्यपाल ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी।
उपचुनाव रद
दिल्ली में राजनीतिक हालातों के बदलने के बाद अब चुनाव आयोग ने अपनी उपचुनाव संबंधित अधिसूचना वापस ले ली है। जम्मू-कश्मीर और झारखंड के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के दौरान ही दिल्ली की तीन सीटों पर उपचुनाव होने थे। भाजपा के तीन विधायकों के सांसद के तौर पर चुन लिए जाने के बाद यहां सीटें खाली थी। लेकिन, अब दिल्ली में विधान सभा चुनाव तय होने की स्थिति में उपचुनाव रद कर दिए गए हैं।