नई दिल्ली: भाजपा के भीतर हाल के समय में असंतोष के पहले स्वर के संकेत मिले हैं जब पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने ‘लेटर बम’ जारी करते हुए व्यापमं जैसे भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने के लिए पार्टी में ‘लोकपाल’ की मांग की और कहा कि इससे हमारा सिर शर्म से झुक गया है।
हिमाचल प्रदेश से भाजपा के वरिष्ठ नेता ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को लिखे पत्र में ‘‘कुछ राज्यों’’ में भी लग रहे आरोपों का जिक्र करते हुए ललित मोदी प्रकरण में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम आने और महाराष्ट्र में भाजपा की एक मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े विवाद का संकेत किया।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने एक ‘आचार समिति’ बनाये जाने पर जोर दिया जो सरकार में नेताआें पर नजर रखने के लिए लोकपाल की तरह काम करेगी। उन्होंने आज कहा, ‘‘ मैंने पत्र लिखा है और मैं अपनी बातों पर कायम हूं। हमारी पार्टी ने गौरवशाली उपलब्धियां हासिल की हैं। पार्टी गौरव के साथ विजयी हुई, सरकार बनाई और एक वर्ष तक इसे गौरव के साथ चलाया। इसके बाद कई स्थानों पर दाग उभर आए। उपलब्धियों के साथ हमारा सिर उंचा था। दाग से हमारे दिल को पीड़ा पहुंची है।’’

By parshv