‘शर्मनाक बयान देने वाले भीम सिंह को बर्खास्त करें नीतीश’

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बिहार ने ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह के शर्मनाक बयान से पूरा देश आहत है हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फटकार के बाद भीम सिंह ने माफी तो मांग ली है लेकिन विपक्ष उनकी बर्खास्तगी पर अड़ा है।

आजाद भारत में जवानों की शहादत पर ऐसा शर्मनाक बयान अब तक हिंदुस्तान ने नहीं सुना थास देश की जनता ने नहीं सुना, शहीदों के परिवार ने नहीं सुना। देश पर अपनी जान…

बिहार ने ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह के शर्मनाक बयान से पूरा देश आहत है हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फटकार के बाद भीम सिंह ने माफी तो मांग ली है लेकिन विपक्ष उनकी बर्खास्तगी पर अड़ा है।

आजाद भारत में जवानों की शहादत पर ऐसा शर्मनाक बयान अब तक हिंदुस्तान ने नहीं सुना थास देश की जनता ने नहीं सुना, शहीदों के परिवार ने नहीं सुना। देश पर अपनी जान कुर्बान करने वाले जवानों पर किसी राज्य का मंत्री ऐसा शर्मनाक बयान देगा ये शायद आपकी हमारी सोच समझ और संवेदना से परे है।

बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह जिस वक्त अपने घर में चैन की नींद सो रहे थे उस वक्त उन्हीं के राज्य के चार-चार जवान सरहद की सुरक्षा करते-करते अपने जान का आहूति दे बैठे। लेकिन नीतीश के मंत्री भीम सिंह इस शदाहत का मोल कैसे समझ पाएंगे उनके पास तो इन जवानों को श्रद्धांजलि देने तक का वक्त नहीं मिला। जब भीम सिंह के शर्मनाक बयान पर देश भड़का तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्री को मर्यादा का पाठ पढ़ाया और भीम सिंह अपनी गुस्ताखी की माफी के लिए हाजिर हुए।

नीतीश के मंत्री का दुस्साहस देखिए, सबकुछ साफ है लेकिन अब भी वो इस बात पर अड़े हैं कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।

बहरहाल, सिर्फ खेद जता देने भर से भीम सिंह की गलती सुधर नहीं जाती। भीम सिंह से अपने बयान से सिर्फ शहीदों के परिवार को ही आहत नहीं किया है बल्कि उन्होंने देश का मजाक उड़ाया है, सैनिकों का मजाक उड़ाया है। ऐसे में देश का सवाल फिर से नीतीश से है। क्या मुख्यमंत्री अपने इस मंत्री को बर्खास्त करेंगे?

LoC पर शहीद हुए जवानों  के प्रति नीतीश सरकार कितना सम्मान दिखाती है। ये तो ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह के बयान से साफ हो ही जाता है लेकिन संवेदनहीन सोच रखने वाले भीमसिंह नीतीश सरकार के ऐसे अकेले मंत्री नहीं हैं। बिहार के सिंचाई मंत्री अवधेश कुशवाहा का बयान इससे कुछ अलग हट कर नहीं है।

दरअसल जवानों की अंत्योष्टि में न जाने की खबर जब सुर्खियों में आई तो बिहार सरकार की नींद टूटी और सूबे के कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह और सिंचाई मंत्री अवधेश कुशवाहा समेत जेडीयू के कुछ नेता देर शाम छपरा पहुंचे तो सही मगर तब तक अंत्योष्टि खत्म हो चुकी थी। मीडिया ने कुशवाहा से जब ये सवाल पूछा कि वो अंत्योष्टि में वक्त पर क्यों नहीं पहुंच पाए तो पलट कर जवाब में कुछ नहीं कह सके और गर्दन झुकाकर निकलते बने।