सोने की खरीदी का स्वर्णिम अवसर आया भावो में लगातार गिरावट से हड़कंप मचा

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इमालवा – मुम्बई | पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से लगातार उचाई पकड़ रहे स्वर्ण बाजार का एकदम गिरावट की राह पर आना कोई संयोग नहीं है | इस बारे में विश्लेषकों की धारणा लम्बे समय से थी की सोना 25000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक भी नीचे जा सकता है.

बाज़ार के जानकार बताते है की दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में सुधार के बाद सोने की मांग कमजोर होने की आशंका की वजह से विश्व बाजार में सोने की कीमत दो साल के सबसे निम्न स्तर को छू गई है . इस स्थिति के बाद मामला तब और बिगड़ गया जब सोने की कीमतों में आगे और गिरावट आने की उम्मीद की चलते कारोबारियों की सटोरिया बिकवाली शुरू हो गई | इससे सोने की कीमतों में और गिरावट आई है .

इसके अलावा सबसे बड़ा कारण यूरोपीय यूनियन के सदस्य देश साइप्रस में आई भयानक आर्थिक तंगी भी बाज़ार लुढकने का एक बड़ा कारण है . बताया जाता है की इस तंगी से निजात पाने के लिए साइप्रस अपना सोना बेचने की तैयारी में है. साथ ही कुछ बड़े संस्थागत निवेशक भी सोने का अपना स्टॉक निकालने लगे क्योंकि उनके पास फंड की कमी हो गई थी. स्थिति को देखते हुए सीआईआई के अध्यक्ष एस गोपालाकृष्णन मानते हैं कि अभी सोना का आयात नहीं करना चाहिए.

जानकारों की राय में सोने के दामों में गिरावट का ये दौर कम से कम एक दो दिन और बरकरार रह सकता है. हालांकि गिरावट कहां तक होगी ये फिलहाल दावे से नहीं कहा जा सकता. लेकिन इतना तय है कि इससे आम ग्राहकों को फायदा हो जाएगा. सोने की कीमतों में गिरावट से जहां बड़े निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है वहीं खुदरा खरीदारों की चांदी हो गई है.