स्पाट फिक्सिंग: सरकारी गवाह बना राजस्थान रायल्स का खिलाड़ी

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राजस्थान रायल्स के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ त्रिवेदी ने आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में दिल्ली की एक अदालत के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। इस प्रकरण में त्रिवेदी के टीम के तीन साथियों एस श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को गिरफ्तार किया गया है।

त्रिवेदी का बयान काफी अहमियत रखता है क्योंकि अदालत के सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि इस तेज गेंदबाज…

स्पाट फिक्सिंग: सरकारी गवाह बना राजस्थान रायल्स का खिलाड़ी

राजस्थान रायल्स के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ त्रिवेदी ने आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में दिल्ली की एक अदालत के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। इस प्रकरण में त्रिवेदी के टीम के तीन साथियों एस श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को गिरफ्तार किया गया है।

त्रिवेदी का बयान काफी अहमियत रखता है क्योंकि अदालत के सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि इस तेज गेंदबाज ने इस प्रकरण में कथित रूप में शामिल होने को लेकर कुछ और नामों का खुलासा किया है।

त्रिवेदी का बयान मैट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गौरव राव के कक्ष में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज किया गया। इसे जांच के दौरान इकरारनामा माना जा सकता है और अभियोजन पक्ष मामले की सुनवाई के दौरान इसका इस्तेमाल अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए कर सकता है।

सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट द्वारा लिया गया बयान आरोपी..गवाह पर बाध्य होता है और वह इससे पलट नहीं सकता। अगर वह ऐसा करता है तो उस पर झूठी गवाही देने के आरोप में मामला चलाया जा सकता है। कक्ष में लगभग एक घंटे चली कार्रवाई के दौरान दस्तावेज और त्रिवेदी के बयान को बाद में बंद लिफाफे में रख दिया गया।

तीस वर्षीय त्रिवेदी ने कथित तौर पर दावा किया कि सट्टेबाजों ने पैसे की पेशकश स्वीकार करने के लिए उनसे भी संपर्क किया था।दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने स्पाट फिक्सिंग प्रकरण के संदर्भ में त्रिवेदी से संपर्क किया था और इस तेज गेंदबाज के साथ सहमति बनने के बाद उन्हें अभियोजन पक्ष का गवाह बनाने का फैसला किया गया।