अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत में हैं. अहमदाबाद पहुंचे ट्रंप का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया. भव्य स्वागत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अहमदाबाद के सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम में आयोजित नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को संबोधित किया.
देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच ट्रंप अपने संबोधन में भारत का समर्थन कर गए. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से ऐसा दावा किया जा रहा है. अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हर देश का दायित्व है कि कोई घुसपैठिया उसके देश में न आ जाए. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरहदों की सुरक्षा करना और नियम बनाना किसी भी देश का अधिकार है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे सीएए और एनपीआर को लेकर भारत के रुख का समर्थन बताया. उन्होंने कहा कि देश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ लोगों की ओर से माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है. पात्रा ने ट्रंप के बयान को ऐसी कोशिश में लगे लोगों को जवाब बताया और कहा कि दावा किया कि मैक्सिको को लेकर जिस तरह का रवैया अमेरिका ने अपनाया है, निश्चिंत रहें, अमेरिकी राष्ट्रपति सीएए और एनपीआर को लेकर कुछ नहीं बोलने वाले.
गौरतलब है कि ट्रंप के दौरे के दौरान सीएए और एनपीआर का मुद्दा उठने की उम्मीद जताई जा रही थी. सरकार ने भी साफ किया था कि यदि ट्रंप इस मुद्दे को उठाते हैं तो उन्हें इस कानून की जानकारी दी जाएगी. ऐसा माना जा रहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति सीएए का मुद्दा उठाने के लिए ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के मंच का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन कार्यक्रम में ट्रंप ने जो कहा उसे भाजपा समर्थन बता रही है.
क्या बोले ट्रंप
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी से अपनी मित्रता का उल्लेख किया, तो पाक प्रायोजित आतंकवाद का जिक्र भी. ट्रंप ने अपने संबोधन में भारत को आर्थिक महाशक्ति और इसकी क्षमता को अविश्वसनीय बताया. उन्होंने भारत को सबसे खतरनाक मिसाइल और हथियार देने के साथ ही आतंक के खिलाफ मिलकर लड़ने का भी ऐलान किया.