AAP ने कसा तंज, ‘UPA-3 बनने की राह पर है मोदी सरकार

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AAP ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि केंद्र का एक महीने का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा है और यह UPA-3 बनने की राह पर है.

AAP ने कहा, ‘लगता है कि नई सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने और भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने के अपने चुनावी वादों को भूल गई है. रेल यात्री किराए में जबर्दस्त वृद्धि और चीनी के आयात शुल्क में वृद्धि, जनता से किए गए वादे के विपरीत है. इसकी वजह से महंगाई में वृद्धि हुई है.’

वक्तव्य में कहा गया है, ‘नरेंद्र मोदी सरकार के पहले महीने का कामकाज निराशाजनक रहा है और इस सरकार की दिशा संकेत देती है कि यह शीघ्र UPA-3 बनने की ओर बढ़ रही है.’ पार्टी ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया.

वक्तव्य में कहा गया है, ‘अब, कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य एनडीए सरकार ने वही (पिछले साल के 4000 रुपये की तुलना में 4050 रुपये) रखा है. आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री से पूछती है कि क्या वह अपेक्षा करते हैं कि इससे विदर्भ में कपास किसानों की परेशानी और आत्महत्या घटेगी? क्या वह उन किसानों के परिवारों के प्रति जवाबदेह होंगे, जो इस खरीफ के मौसम में आत्महत्या कर सकते हैं?’

वक्तव्य में कहा गया है, ‘AAP खेतिहर समुदाय को याद दिलाती है कि बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में साफ तौर पर वादा किया है कि वह उत्पादन लागत पर न्यूनतम 50 फीसदी लाभ सुनिश्चित करेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रचार भाषणों में बार-बार घोषणा कि हम बीज, सिंचाई, खाद, श्रम समेत किसानों की उत्पादन लागत में 50 फीसदी लाभ शामिल करके फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करेंगे.’

पार्टी ने कहा कि इस वादे को चुनाव के बाद इतने जल्दी रूखे तरीके से निरस्त कर दिया गया है. उसमें कहा गया है, ‘धान का एमएसपी 1360 रुपये निर्धारित किया गया है. उसमें पिछले साल के 1310 रुपये से 50 रुपये की वृद्धि की गई है, जो महंगाई दर को भी कवर नहीं करता है. मक्का और बाजरा के एमएसपी में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जबकि ज्यादातर फसलों में सिर्फ 50 रुपये की वृद्धि की गई है.’ पार्टी ने सरकार से जुड़े विवादों के लिए भी मोदी की आलोचना की.