BJP ने मेरे पीछे लगाई थी सीबीआई, पर मैं नहीं डरी, मैं स्वाभिमानी लड़की हूं: मायावती

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अपने जन्मदिन के मौके पर सावधान रैली को संबोधित करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर बरसीं. बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे परेशान करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार ने मुझे आय से अधिक मामले में गलत तरीके फंसाया. परेशान करने के लिए मेरे पीछे सीबीआई लगा दी. पर मैं नहीं डरी. मैं एक स्वाभिमानी लड़की हूं. तय कर लिया था कि चाहे जेल ही क्यों न जाना पड़े, कभी भी इन सांप्रदायिक शक्तियों से हाथ नहीं मिलाऊंगी.’

यूपी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
सूबे की अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘यूपी अब क्राइम प्रदेश बन गया है. चारों तरफ भ्रष्टाचार और लूट का बोलबाला है. सपा ने अपने फायदे के लिए मुजफ्फरनगर में दंगे होने दिए. स्थिति बेकाबू हो चुकी थी. उस वक्त ही राष्ट्रपति शासन लग जाना चाहिए था पर केंद्र की कांग्रेस सरकार ने ऐसा नहीं किया.’

दलित विरोधी हैं सभी पार्टियां
मायावती ने आरोप लगाया, ‘2012 में जब विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया, तो हमने आपको बताया कि विरोधी पार्टियों ने अंदर-अंदर मिलकर, एक होकर चुनाव लड़ा और बीएसपी को सत्ता में आने से रोका. आप उसके बाद डायरेक्ट फाइट की तैयारी में लग गए. उत्तर प्रदेश की जनता को छोटी से छोटी मीटिंग में इस बात को समझाना जरूरी है कि बीएसपी के प्रति जातिवादी सोच रखने वाली पार्टियों के एकजुट होने से हमारी पार्टी को जबरदस्त नुकसान पहुंचा. वहीं यूपी में अभूतपूर्व तौर पर उसका भला हो गया है, जिसके बारे में पूरे देश में आम चर्चा है कि कानून व्यवस्था के मामले में यूपी क्राइम प्रदेश बन गया है.’

मुसलमानों को मरहम लगाने की कोशिश
बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘सपा मुसलमानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. उनका नाम आईएसआई से जोड़ा जा रहा है. सपा मुस्लिम समाज के अधिकारी को डीजीपी और मुख्य सचिव बना रही है, मगर मुसलमानों का शोषण बंद नहीं हुआ है. यहां अधिकारियों के ऊपर सपा के गुंडे माफिया हावी हैं. इन पर सपा का भी कोई नियंत्रण नहीं है. मेरी सरकार में हिंदू अधिकारी थे. मगर तब भी मुस्लिम समाज पर कोई जुल्म नहीं हुआ. मुजफ्फरनगर दंगों में दलितों ने मुसलमानों को अपने परिवार का अंग मानकर हर तरह से मदद की. हिंदू पीड़ितों की भी मदद की.’

दलित वर्ग को लुभाया 
मायावती ने कहा, ‘यूपी के दलित वर्ग की मैं सराहना करती हूं कि सपा राज के उत्पीड़न के बाद भी उन्होंने मुझ पर भरोसा नहीं खोया. बहनजी के सत्ता में वापस आने के बाद हमारे संतों, गुरुओं और महापुरुषों को पहले की तरह पूरा सम्मान दिया जाएगा.’

यादव जाति के वोटरों पर भी डाले डोरे
बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘अपनी खुद की यादव जाति में से. खासतौर पर आपराधिक प्रवृत्ति के अपने यादव भाइयों को छोड़कर बाकी शरीफ यादव भाइयों के खिलाफ इस सरकार का रवैया खराब रहा है.सपा सरकार रोजगार के नाम पर सिर्फ कुछ महीनों के लिए बेरोजगारी भत्ता दे रही है.’

कांग्रेस पर भी हमला
मायावती ने कहा, ‘केंद्र में यूपीए सरकार की गलत नीतियां हैं. हर धर्म और जाति के लोग परेशान हैं. यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार हर स्तर पर चरम सीमा पर पहुंच गया है. गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई बढ़ रही है.देश की सीमाएं भी पूरी तौर पर सुरक्षित नहीं हैं. इसीलिए आए दिन आतंकवादी आते हैं, गंभीर वारदातें होती हैं. विदेश नीति भी ढुलमुल है. इसके चलते यहां के अपने लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कट्टरपंथी और सांप्रदायिक ताकतें किस्म किस्म की ड्रामेबाजी कर हावी होने में लगे हुए हैं.’

पूरे देश के लिए सर्वजन हिताय की नीति
उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने चारों शासनकाल में यहां की जनता को बेहतर सरकार दी है. पिछले कार्यकाल में वित्तीय स्थिति में रेकॉर्ड सुधार हुआ था. हमारे कार्यकाल में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ. केंद्र में हमारी पार्टी की सरकार बन जाती है, तो उत्तर प्रदेश के पैटर्न पर ही सर्वजन हिताय के रास्ते पर चलकर सरकार बनाएगी. दलित और आदिवासी, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के हितों को ध्यान में रखकर. ‘

आरक्षण की सियासत
बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘देश में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को भी पूरी ईमानदारी से लागू करेंगे. ओबीसी वर्गों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. सपा ने पिछली सरकार के दौरान सोची समझी साजिश के तहत ओबीसी की 17 जातियों को गैरकानूनी ढंग से एससी की सूची में शामिल कर कहीं का नहीं छोड़ा था. अब उन्हें किसी भी कैटिगरी का आरक्षण लाभ नहीं मिल रहा है. अब वह अपनी कमजोरियां छिपाने के लिए जबरन सामाजिक न्याय यात्रा निकाल रही है.’