कश्मीर की बेटियों पर शर्मनाक तंज को लेकर निशाने पर आए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, ‘मैं कश्मीर की लड़कियों को अपनी बेटियां मानता हूं. मेरा आशय कोई गलत टिप्पणी करने का नहीं था. देश की हर बेटी हमारी बेटी है.’
दरअसल, शुक्रवार को सीएम खट्टर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद अब लड़कियों को शादी के लिए कश्मीर से लाया जा सकता है. अब हम भी शादी के लिए कश्मीरी लड़की ला सकते हैं.
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा था, ‘हमारे मंत्री ओपी धनखड़ कहते थे कि वो बिहार से ‘बहू’ लाएंगे. आजकल लोग कह रहे हैं कि कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है. अब हम कश्मीर से लड़कियां लाएंगे.’ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है.
इस बयान के जरिए खट्टर ने दिखला दिया कि उनके नाम के साथ भले ही मनोहर जुड़ा हो, लेकिन कश्मीर की बेटियों के बारे में उनका नजरिया बेहद मटमैला है. ये बात इसलिए गंभीर हो जाती है कि वो एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं. संवैधानिक पद पर हैं और उस बीजेपी से हैं, जो चाल, चरित्र और चेहरा की दुहाई देती है.
इस विवादित बयान को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राहुल गांधी ने खट्टर को आड़े हाथों लिया है. स्वाति मालीवाल ने सीएम खट्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तक की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस वाहियात बयान पर मनोहर लाल खट्टर को शर्म आनी चाहिए. मुख्यमंत्री सड़क छाप रोमियो की भाषा बोल रहे हैं. इनके लिए महिला वस्तु है.
स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर के लोगों को विश्वास दिलाने में लगे हैं कि पूरा देश उनके साथ है, लेकिन एक नालायक मुख्यमंत्री अभद्र बातें बोलकर हिंसा भड़का रहा है. इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.’