नई दिल्ली. दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच जारी जंग और तेज हो गई है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मुख्य सचिव अनिंदो मजुमदार के ऑफिस में ताला डालकर उसे सील कर दिया है। दरअसल, दिल्ली सरकार ने मजुमदार का ट्रांसफर कर दिया है लेकिन उपराज्यपाल नजीब जंग ने इसको मंजूर नहीं किया है।
कुछ समय से उपराज्यपाल नजीब जंग और दिल्ली सरकार के बीच प्रशासनिक नियुक्तियों को लेकर ठनी हुई है। मजुमदार ही वो अफसर हैं जिन्होंने उपराज्यपाल के कहने पर शकुंतला गैमलिन को कार्यकारी मुख्य सचिव नियुक्त किए जाने का ऑर्डर जारी किया था।
एलजी ने रद्द की एक और नियुक्ति
दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने अनिंदो मजुमदार को प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया तो दिल्ली सरकार ने उनकी जगह राजेंद्र कुमार को नया प्रिंसिपल सक्रेटरी नियुक्त कर दिया। एलजी कार्यालय ने राजेंद्र कुमार की नियुक्ति रद्द करते हुए केजरीवाल को भेजी चिट्ठी में कहा कि राजेंद्र कुमार की नियुक्ति नियमों के मुताबिक सही नहीं है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई चिट्ठी मिलने की जानकारी नहीं है। यह केवल मीडिया के जरिए पता चल रहा है।
मजुमदार के ट्रांसफर को मंजूरी नहीं
एलजी ने अब तक मजुमदार को सेवा विभाग से हटाकर उनका ट्रांसफर किए जाने के आदेश को मंजूर नहीं किया है। केंद्र ने भी दिल्ली सरकार के प्रशासनिक कामकाज को लेकर सवाल उठाए हैं। वहीं, दिल्ली सरकार का कहना है कि मजुमदार को हटाना एलजी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। दिल्ली सरकार ने कहा है कि मजुमदार ने मंत्रिमंडल की सलाह को दरकिनार किया था इसलिए अब वे दिल्ली के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नहीं हैं।
‘अधिकारियों का सम्मान करे दिल्ली सरकार’
इस मामले में केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा है कि दिल्ली सरकार को अधिकारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के ऐसे कामों से दूसरे कर्मचारियों और अधिकारियों में गलत संदेश जा सकता है।