केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर में मौजूद अलगाववादी चेहरों पर बिना नाम लिए निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुछ लोग नापाक ताकतों के साथ खड़े हैं. वो पाकिस्तान और आईएसआई से पैसा लेते हैं और यहां आतंकवाद को शह देते हैं. गृह मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिया गया है कि पाकिस्तान और आईएसआई से पैसा लेने वाली ताकतों की सुरक्षा पर विचार हो.
उन्होंने कहा कि जवानों के शहादत को पूरे देश ने सलाम किया है. भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर की सरकार पूर्ण रूप से शहीद जवानों के परिवारों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि अन्य सभा राज्यों से भी अनुरोध किया है कि वो शहीद परिवारों की जितनी मदद कर सकें करें.
राजनाथ ने कहा, ‘मेरी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हुई है. जिसमें राज्यपाल, होम सेक्रेट्री, चीफ सेक्रेट्री, डीजीपी जम्मू कश्मीर, आर्मी कमांडर और डीजी सीआरपीएफ के साथ कुछ आला अधिकारी भी मैजूद थे. इस बैठक में सेना को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं. सुरक्षाबलों का हौसला बुलंद है और आतंक के खिलाफ कार्रवाई में हमें कामयाबी मिलेगी. इस लड़ाई में पूरा देश सेना और सरकार के साथ खड़ा है.’
उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर की आवाम को मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि सीमा पार से आतंक फैलाने वालों के मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे. मुझे खुशी है कि जम्मू कश्मीर की जनता हमारे साथ खड़ी है. कुछ ऐसे एलिमेंट हैं जो सीमा पार की ताकतों, आतंकी संगठन और आईएसआई के साथ उनकी मिली भगत है. यह लोग आतंकवाद की गहरी साजिश में भी शामिल हैं. आतंक फैलाने वाले यह लोग जम्मू कश्मीर की जनता और जवानों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.’
गृह मंत्री कश्मीर में मौजूद अलगाववादियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि, ‘पाकिस्तान और आईएसआई से पैसा लेने वाली ताकतें भी यहां मौजूद हैं. मैंने सेना के अधिकारियों से कहा है कि ऐसे लोग जो पाकिस्तान से पैसा लेते हैं, आईएसआई के साथ जिन लोगों की मिली भगत है, उनकी सुरक्षा पर विचार करना चाहिए. देश की जनता से भी अपील करना चाहता हूं कि इस समय कई ऐसी ताकतें हैं जो देश में सांप्रदायिक सौहार्द को भी तोड़ने की कोशिश करेंगी.’
उन्होंने कहा कि आज की बैठक में यह निर्णय हुआ है कि जिस समय सेना का काफिला चलेगा उस समय स्थानीय लोगों की आवाजाही को रोका जाएगा. इससे होने वाली असुविधा के लिए मैं क्षमा चाहता हूं.