मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव और हमास तथा हिजबुल्ला के नेताओं की हत्या के बाद, क्षेत्र में शांति और स्थिरता की स्थिति अस्थिर हो गई है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास चीफ इस्माइल हानिया उर्फ इस्माइल हनियेह की हत्या के बाद देश को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया है। नेतन्याहू ने ईरान और हिजबुल्ला को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “किसी भी मोर्चे पर कोई भी हमला हुआ तो उसकी भारी कीमत चुकानी होगी।” नेतन्याहू का यह बयान तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया और बेरूत में हिजबुल्ला के वरिष्ठ नेता फुआद शुक्र की हत्या के बाद आया है। हानिया की हत्या के पीछे इजरायल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
“इजरायल के नागरिकों, चुनौतीपूर्ण दिन आने वाले”- नेतन्याहू
नेतन्याहू ने कहा, “इजरायल ने पिछले कुछ दिनों में हमास और हिजबुल्ला सहित ईरान के प्रतिनिधियों को करारा झटका दिया है।” हालांकि, उन्होंने हनियेह की हत्या का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया, लेकिन इसके बाद इजरायल के खिलाफ बदले की धमकियों ने मध्य-पूर्व एशिया में व्यापक संघर्ष की चिंता बढ़ा दी है। नेतन्याहू ने कहा, “इजरायल के नागरिकों, चुनौतीपूर्ण दिन आने वाले हैं। बेरूत में हमले के बाद से हर तरफ से धमकियां सुनाई दे रही हैं। हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं और किसी भी खतरे के खिलाफ एकजुट और दृढ़ संकल्पित रहेंगे।” नेतन्याहू के कड़े बयान से स्थिति और अधिक संवेदनशील हो गई है, जिससे क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। सभी संबंधित देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है।
इजरायल की सेना ने मंगलवार देर रात घोषणा की कि उसने हिजबुल्ला के सबसे वरिष्ठ कमांडर फुआद शुकर को मार डाला है। हिजबुल्ला का यह कमांडर इजराइल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक दर्जन बच्चों की हत्या का दोषी था। शुकर, हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह का सलाहकार भी था। ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने बुधवार को फुआद शुकर के मारे जाने की पुष्टि की। इसके कुछ ही घंटों बाद, फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह हमास ने घोषणा की कि उनके नेता हनियेह की तेहरान में हत्या कर दी गई है।
हनियेह और शुक्र की हत्या के बाद, लेबनान और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया है। हिजबुल्ला और हमास ने इजरायल से बदला लेने की धमकी दी है, जिससे क्षेत्र में व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने लेबनान में रह रहे अपने नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “लेबनान में संघर्ष बढ़ने का गंभीर जोखिम है। सुरक्षा स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है।” कनाडा की विदेश मंत्री मेलेनी जॉली ने भी अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने और किसी भी यात्रा योजना को स्थगित करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “अगर तनाव बढ़ता है, तो हो सकता है हम आपकी मदद न कर सकें।” बेरूत में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें गैर-जरूरी यात्रा से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है। भारतीय नागरिकों को अपनी आवाजाही सीमित करने और दूतावास से संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।