पाकिस्तान में नवाज शरीफ की पार्टी आम चुनावों में जनता की पहली पसंद बनी, लेकिन पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आम चुनाव में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की हार के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है।जरदारी को लगता है कि चुनावों में गड़बड़ी हुई है, पीपीपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले नेताओं के साथ मुलाकात में…
पाकिस्तान में नवाज शरीफ की पार्टी आम चुनावों में जनता की पहली पसंद बनी, लेकिन पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आम चुनाव में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की हार के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है।जरदारी को लगता है कि चुनावों में गड़बड़ी हुई है, पीपीपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले नेताओं के साथ मुलाकात में जरदारी ने दावा किया है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय ताकतें नहीं चाहती थीं कि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आए।इसके साथ ही जरदारी ने कहा कि ये ताकतें पीपीपी के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से क्षेत्र के देशों के साथ किए गए समझौतों से खुश नहीं थीं।वैसे जरदारी ने पार्टी को मिली करारी हार के लिए कुछ हद तक खुद को भी जिम्मेदार ठहराया। जरदारी ने कहा कि आम चुनाव में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए उन्हें राष्ट्रपति का पद छोड़ देना चाहिए था और चुनाव अभियान के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए था।बता दें कि लाहौर हाई कोर्ट के दबाव के कारण जरदारी ने इस साल की शुरुआत में राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना बंद कर दिया था। हाई कोर्ट ने कहा था कि राष्ट्रपति से उम्मीद की जाती है कि वह गैर राजनीतिक और निष्पक्ष हो। इसके बाद उन्होंने पार्टी के चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया था।