वाशिंगटन। भारत के 15वें प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा में काफी हद तक समानताएं हैं। दोनों ही नेता अवसाद और मंदी के दौर में आशा व बदलाव के नारे के साथ अपने-अपने देश में सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे। इतना ही नहीं विश्व के दो बड़े लोकतंत्र के मुखिया सोशल मीडिया पर भी बेहद लोकप्रिय हैं। ओबामा की तर्ज पर नमो ने चुनाव प्रचार के तौर-तरीके में आमूलचूल बदलाव किया। अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह ही उन्होंने अपने अभियान में आधुनिक तकनीक और सोशल मीडिया की बखूबी इस्तेमाल किया।
मोदी ने अपने कार्यकाल की शुरुआत राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर किया। जबकि ओबामा को भी गांधी जी का कट्टर अनुयायी माना जाता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि ह्वाइट हाउस स्थित ओबामा के ओवल आफिस में महात्मा गांधी की एक मूर्ति भी है। अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह मोदी भी जलवायु परिवर्तन के उपायों के समर्थक हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को नई गति प्रदान की। उन्होंने सौर ऊर्जा इस्तेमाल करने वालों को अनुदान देकर प्रोत्साहित किया। जिस प्रकार ओबामा ने अमेरिका में बुनियादी ढांचे के विस्तार पर जोर दिया, उसी तरह से मोदी ने भी अपने चुनाव अभियान के दौरान सड़क, पुल, बंदरगाह और हवाई अड्डों का भारी नेटवर्क खड़ा करने का लोगों से वादा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति के नक्शेकदम पर चलते हुए नमो ने भी पारदर्शिता और जवाबदेही का युग लाने की बात कही है।
अमेरिका में जमकर झूमे भारतीय मूल के लोग
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोग जश्न में डूब गए। न्यूयार्क, न्यूजर्सी, लॉस एंजिलिस, सिलिकॉन वैली, वाशिंगटन समेत कई अन्य शहरों में लोगों ने समारोहपूर्वक अपनी खुशी का इजहार किया। ‘मोदी के साथ भारत का विकास’, ‘मोदीमय भारत’ और ‘जय हो भाजपा’ के बैनर लिए भारतीय मूल के लोगों ने नाच गाने के साथ मोदी के पीएम बनने का स्वागत किया। लोगों ने मिठाइयां खिलाकर एक-दूसरे को बधाई दी। फ्रेंडस ऑफ इंडिया सोसाइटी के गौरांग देसाई के अनुसार, ‘मैंने गुजरात का विकास खुद अपनी आंखों से देखा है। यदि मोदी ने अपने वादे का दसवां हिस्सा भी पूरा किया तो हिंदुस्तान की तस्वीर बदल जाएगी।’ गुजराती समाज के सुरेश पटेल ने कहा, ‘मोदी की जीत भारत की तरक्की का द्वार खोलेगा।’ चंद्रकांत पटेल का कहना है कि मोदी ने 12 वर्षो में गुजरात को बदल दिया, अगले पांच वर्षो में वह भारत को भी एक महाशक्ति बनाने में कामयाब होंगे।