मोदी की अमेरिका यात्रा को ऐतिहासिक बनाने में जुटे 300 संगठन

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वाशिंगटन। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने होने वाली पहली अमेरिकी यात्रा पर दुनिया पर भी निगाहें टिकी हैं। यही वजह है कि उनकी यात्रा के दौरान ऐतिहासिक स्वागत को लेकर कई संगठन आगे आए हैं। खबरों की माने तो 300 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकी संगठन इस काम को लेकर एक साथ आ गए हैं।

इस समारोह में कई अमेरिकी सांसदों के मौजूद रहने की संभावना है। नव गठित इंडियन अमेरिकन कम्यूनिटी फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित होने वाले समारोह में मोदी 28 सितंबर को न्यूयॉर्क सिटी में ऐतिहासिक मेडिसन स्क्वेयर गार्डन से भारतीय मूल के लोगों के लिए बड़ा नीतिगत भाषण भी दे सकते हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा होनी अभी बाकी है। मेडिसन स्क्वेयर गार्डन न्यूयॉर्क के मिडटाउन मेनहट्टन में है और इसकी क्षमता 18 हजार से 20 हजार लोगों की है। इस आयोजन स्थल के खचाखच भरे रहने की संभावना है। यह विदेश में किसी भारतीय प्रधानमंत्री या किसी भारतीय नेता द्वारा अब तक दिया गया सबसे बड़ा सार्वजनिक संबोधन होगा।

मोदी के इस तय सार्वजनिक स्वागत को अमेरिकी धरती पर किसी भी विदेशी नेता का हाल का सबसे भव्य समारोह कहा जा रहा है। आज जहां मुख्यधारा के नेताओं को अपने समारोहों में कुछ हजार लोगों को भी आकर्षित करने में मुश्किल हो जाती है, वहीं यदि मोदी 28 सितंबर को एक ही आयोजन स्थल पर लगभग 20 हजार लोगों को संबोधित करते हैं, तो इसे अमेरिकी मानकों के अनुसार एक विशाल रैली माना जाएगा।

अमेरिकी धरती पर किसी विदेशी नेता के लिए एक ऐतिहासिक स्वागत समारोह के इस अवसर पर सामुदायिक नेता अपने कांग्रेस सदस्यों को आमंत्रित कर रहे हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अमेरिकी सांसदों की मौजूदगी की संभावना है। इसके अलावा मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में होने वाले इस समारोह का सीधा प्रसारण वाशिंगटन डीसी, शिकागो, हयूस्टन, बोस्टन, टांपा, लॉस एंजिलिस, सिलिकॉन वैली समेत अमेरिका के लगभग एक दर्जन शहरों में कराने पर भी बात चल रही है। जमीनी स्तर पर की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव राम माधव इस सप्ताह वाशिंगटन और न्यूयॉर्क में थे और उन्होंने सामुदायिक नेताओं के साथ बैठकें कीं।

असैन्य परमाणु समझौते के बाद यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी संगठन एक मंच पर एक साथ आए हैं।