अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अग्रणी करार दिए जाने के बाद श्रीकांत श्री श्रीनिवासन अमेरिकी इतिहास में सर्किट अदालत के पहले दक्षिण एशियाई जज बनने के और करीब आ गए हैं। अभी अमेरिका के प्रिंसीपल डिप्टी सॉलिसिटर जनरल के तौर पर कार्यरत हैं श्रीनिवासन।ओबामा द्वारा डिस्टि्रक्ट ऑफ कोलंबिया (वाशिंगटन डीसी) सर्किट की यूएस कोर्ट ऑफ अपील में श्रीनिवासन क…
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अग्रणी करार दिए जाने के बाद श्रीकांत श्री श्रीनिवासन अमेरिकी इतिहास में सर्किट अदालत के पहले दक्षिण एशियाई जज बनने के और करीब आ गए हैं। अभी अमेरिका के प्रिंसीपल डिप्टी सॉलिसिटर जनरल के तौर पर कार्यरत हैं श्रीनिवासन।ओबामा द्वारा डिस्टि्रक्ट ऑफ कोलंबिया (वाशिंगटन डीसी) सर्किट की यूएस कोर्ट ऑफ अपील में श्रीनिवासन को नामित किए जाने के बाद सोमवार को सीनेट की न्यायिक समिति ने उनके इस पद पर पुष्टि के लिए सुनवाई के लिए दस अप्रैल की तारीख निर्धारित की है। समीति के इस निर्णय का व्हाइट हाउस ने स्वागत किया है।भारत में जन्में श्रीनिवासन (46) अमेरिकी राज्य कैंसस के लॉरेंस में पले बढ़े और फिलहाल अमेरिका के प्रिंसीपल डिप्टी सॉलिसिटर जनरल के तौर पर कार्यरत हैं। श्रीनिवासन के इस पद पर पुष्टि की तारीख निर्धारित होने के बाद कल व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा, ‘श्री बड़े ही सम्मानित वकील हैं। उन्होंने अमेरिका की डेमोक्रैटिक और रिपब्लिकन दोनों ही सरकारों के लिए और निजी तौर पर सुप्रीम कोर्ट और कोर्ट आफ अपील में अपनी सेवा दी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में 24 मामलों के लिए जिरह की, कई मसौदे तैयार किए और संघीय एवं राज्य न्यायालय में कई मामलों में मुख्य अधिवक्ता के तौर पर अपनी सेवा दी है।’सॉलिसिटर जनरल कार्यालय के 12 पूर्व अधिकारियों (छह डेमोक्रैट और छह रिपब्लिकन) में से सभी ने श्रीनिवासन के प्रति समर्थन जताया है।कार्नी ने कहा कि डीसी सर्किट को देश की दूसरी बड़ी अदालत के तौर पर देखा जाता है, लेकिन यहां दूसरी किसी भी अपीली अदालत से दोगुने स्थान रिक्त पड़े हैं और वर्ष 2005 के बाद से इसका काम बीस प्रतिशत तक बढ़ चुका है।