अमेरिका ने पाकिस्तान के शहर लाहौर स्थित अपने वाणिज्य दूतावास में से सभी गैर जरूरी कर्मचारियों को दूतावास पर आतंकवादी हमले के विशिष्ट खतरे के मद्देनजर वहां से हटा लिया है।अमेरिका ने इसके साथ ही अपने सभी नागरिकों को पाकिस्तान की अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए परामर्श जारी किया है। अल कायदा के अंतरराष्ट्रीय स्तर के अलर्ट के मद्देनजर यह परामर्श जारी कि…

अमेरिका ने पाकिस्तान के शहर लाहौर स्थित अपने वाणिज्य दूतावास में से सभी गैर जरूरी कर्मचारियों को दूतावास पर आतंकवादी हमले के विशिष्ट खतरे के मद्देनजर वहां से हटा लिया है।अमेरिका ने इसके साथ ही अपने सभी नागरिकों को पाकिस्तान की अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए परामर्श जारी किया है। अल कायदा के अंतरराष्ट्रीय स्तर के अलर्ट के मद्देनजर यह परामर्श जारी किया गया है।विदेश विभाग के एक अधिकारी ने बताया, आज विदेश विभाग ने हमारे पाकिस्तान के लाहौर स्थित वाणिज्य दूतावास से गैर जरूरी कर्मचारियों को निकालने के आदेश दिए हैं। हम लाहौर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के खिलाफ आतंकवादी हमले की विशिष्ट चिंताओं के चलते यह कदम उठा रहे हैं।अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि विदेश विभाग अपने कर्मचारियों और दूतावास में आने जाने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग ने यात्रा परामर्श भी जारी किया है।लाहौर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि रविवार को ईद की छुट्टियां समाप्त होने के बाद स्थानीय स्टाफ को अधिकारियों की ओर से ड्यूटी पर आने के बारे में जानकारी दी जाएगी।उन्होंने बताया,  हमें वाणिज्य दूतावास के बंद होने की जानकारी नहीं है। स्थानीय स्टाफ अगले सप्ताह ड्यूटी पर आ सकता है। लाहौर में अमेरिकी राजनयिकों को इस्लामाबाद भेज दिया गया है।इस बीच, लाहौर पुलिस ने क्वेटा में पुलिस के रिहायशी परिसर पर कल हुए हमले में वरिष्ठ अधिकारियों समेत 30 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की घटना के मद्देनजर आतंकी अलर्ट जारी किया है।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान तथा उसके सहयोगी संगठनों की ओर से , रक्षा बलों तथा विदेशियों को खासतौर से खतरा है। उन्होंने बताया, हम ईद के दिनों में किसी आतंकवादी योजना को नाकाम करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।कई विदेशी और स्थानीय आतंकवादी समूहों की ओर से पूरे पाकिस्तान में अमेरिकी नागरिकों को खतरे की आशंका के मद्देनजर यात्रा परामर्श में उन सभी से पाकिस्तान की गैर जरूरी यात्रा से बचने को कहा गया है।विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागरिकों से कहा गया है कि यात्रा चेतावनी के बावजूद लाहौर में बने रहने वाले अमेरिकी नागरिकों को चाहिए कि वे देश के भीतर गैर जरूरी आवाजाही से बचें, अपने आसपास के बारे में सतर्क रहें, अपनी खुद की आपात योजना बनाएं और स्मार्ट ट्रेवलर एनरोलमेंट प्रोग्राम (एसटीईपी) के माध्यम से पाकिस्तान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं।यात्रा परामर्श के अनुसार, देशभर में असैनिक सरकारी और विदेशी प्रतिष्ठानों के खिलाफ अक्सर आतंकवादी हमले होते रहते हैं। इसमें कहा गया है, हमलों में उच्च सुरक्षा वाले प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया है जिनमें पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। पाकिस्तान सरकार प्रमुख शहरों समेत देशभर में उच्च सुरक्षा बरतती है।खतरे की रिपोर्ट में संकेत मिलता है कि आतंकवादी समूह लगातार उन स्थानों को निशाना बनाने की ताक में रहते हैं जहां अमेरिकी नागरिक और पश्चिमी नागरिकों के एकत्र होने की संभावना रहती है। आतंकवादी और आपराधिक समूह लगातार फिरौती के लिए अपहरण करते रहते हैं।उल्लेखनीय है कि अल कायदा के प्रमुख नेताओं के बारे में समझा जाता है कि वे पाकिस्तान में रहते हैं और लाहौर शहर को आतंकवादी समूहों से सहानुभूति रखने वाले अन्य चरमपंथियों के गढ़ के रूप में जाना जाता है। यह सर्वविदित है कि लाहौर लश्कर ए तयबा का गढ़ है जिसे अमेरिका आतंकवादी संगठन समझता है।

By parshv