प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल के आखिर तक अमेरिका दौरे पर जाएंगे. व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी मेजबानी का इंतजार है. व्हाइट हाउस ने अपने ऐलान में पीएम मोदी के दौरे की तारीखों का ऐलान नहीं किया है. ट्रंप प्रशासन की ये घोषणा इस बात का संकेत है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में गर्मजोशी अब भी कायम है. हालांकि ट्रंप के सत्ता में आने के बाद वीजा मसले पर भारत की अपनी चिंताएं हैं.
दो बार फोन पर बातचीत
व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर उन्हें भारत में राज्य स्तर के हालिया चुनाव में मिली जीत को लेकर बधाई दी.’ इसने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री के आर्थिक सुधार एजेंडे के प्रति अपना समर्थन जताया और इस बात पर जोर दिया कि भारत के लोगों का वह पूरा सम्मान करते हैं.’ इसी बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया था.
मोदी के मुरीद ट्रंप
यह तीसरा मौका था जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को फोन किया था. इससे पहले मोदी और ट्रंप ने 24 जनवरी को फोन पर बात की थी और उस समय उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई और रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में ‘कंधे से कंधा’ मिलाकर चलने का संकल्प लिया था.
बीते 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप से जिन कुछ प्रमुख विदेशी नेताओं से फोन पर बात की थी उनमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल थे। वहीं पिछले साल 8 नवंबर के चुनावों में ट्रंप की जीत के बाद मोदी उन्हें सबसे पहले बधाई देने वाले नेताओं में शामिल थे.
चुनाव प्रचार के दौरान भी ट्रंप ने मोदी को ‘ग्रेट मैन’ कहा था. उन्होंने मोदी को ऐसा नेता बताया था जो भारत की अफसरशाही को बदलने में पूरी ऊर्जा लगा रहे हैं. मोदी ने ट्विटर पर लिखा था कि उन्हें अमेरिका दौरे का इंतजार है.