बीजिंग। चीन ने कहा है कि ईरान के साथ एक दशक पुराने विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर बने प्रारंभिक समझौते से चीन और अमेरिका के बीच रिश्तों को भी बढ़ावा मिलेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी से फोन पर बात की।
इस समझौते को चीन और अमेरिका के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भी अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि यह समझौता किसी परिणाम तक पहुंचने के लिए सभी पक्षों के लिए एक बेहतर अवसर है।
वांग के हवाले से बताया गया है कि चीन और अमेरिका दोनों पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार प्रणाली की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी है। बयान के अनुसार कैरी ने कहा कि अमेरिका हाल में हुई ईरान परमाणु वार्ता में महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए चीन की प्रशंसा करता है।
उल्लेखनीय है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में आठ दिन की बातचीत के बाद शुक्रवार को प्रारंभिक समझौते की रूपरेखा तैयार हो गई। विश्व के छह प्रमुख देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन की ईरान के साथ स्विट्जरलैंड के लुसाने में किए गए समझौते से 30 जून को किए जाने वाले अंतिम परमाणु समझौते की बातचीत का रास्ता खुल गया है। अंतिम समझौता होने तक ईरान के विरुद्ध लगे सभी आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस समझौते का स्वागत किया है। इसे ऐतिहासिक बताया है। ईरान की राजधानी तेहरान में समझौते का स्वागत किया गया है। इसके लिए राष्ट्रपति हसन रूहानी और ओबामा दोनों की सराहना की गई।

By parshv