पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच दोस्ताना और अच्छे संबंध होने चाहिए और उन्हें एक दूसरे के खिलाफ साजिशें रचने से बचना चाहिए। तुर्की दौरे पर पहुंचे शरीफ ने अपने साथ गए पत्रकारों से कहा कि पाकिस्तान में चुनावी अभियान के दौरान भी उनकी पार्टी ने ‘भारत पर निशाना साधने’ की नीति नहीं अपनाई और इस नकारात्मक परंपरा को खत्म कर दिया।
नवाज शरीफ ने कहा, ‘हमें (पाकिस्तान और भारत) अच्छे संबंध बनाकर रखने चाहिए और एक दूसरे के खिलाफ साजिशों में शामिल नहीं होना चाहिए।’ बीते एक वर्ष में भारत और पाकिस्तान के संबंधों में खासी तल्खी आई है। सीमापार से आए आतंकियों द्वारा पिछले साल उड़ी में भारतीय सेना के शिविर पर किए गए आतंकी हमले के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में खासतौर पर खटास आ गई। इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के दस दिन बाद बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक किए थे।
डॉन की खबर के मुताबिक शरीफ ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने के लिए वह तुर्की का आभारी है। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में पाकिस्तान को शामिल करने के पक्ष में तुर्की के रुख के प्रति भी उन्होंने आभार जताया। इस समूह में भारत भी शामिल होने की कोशिश में है। पाकिस्तान में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के बारे में शरीफ ने कहा कि इनके पीछे वे तत्व हैं जो पाकिस्तान की प्रगति से खुश नहीं हैं। उन्होंने आतंकवाद को किसी भी कीमत पर जड़ से उखाड़ने का सरकार का संकल्प दोहराया।
शरीफ ने कहा, ‘हमारा दृढ़ संकल्प है कि हम उन लोगों को हरा देंगे जिन्हें विभिन्न मोर्चों पर पाकिस्तान की सफलता पच नहीं पा रही है।’ रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों में विदेशी हाथ होने से इनकार नहीं किया।