अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन कर चुनावी जीत पर बधाई दी है. इस संबंध में व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि ओबामा और नेतन्याहू ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के समाधान की कठिन राहों सहित विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई.

बयान के मुताबिक, ओबामा ने द्वि-राष्ट्र समाधान को लेकर अमेरिका की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया, जिसमें एक सुरक्षित इजरायल और संप्रभु फिलिस्तीन की बात है. नेतन्याहू और ओबामा के संबंधों में पिछले कुछ दिनों में तनाव बढ़ गया, क्योंकि इजरायली नेता ने फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष के समाधान के लिए न सिर्फ अमेरिका के द्वि-राष्ट्र सिद्धांत के प्रति नापसंदगी जाहिर की है, बल्कि उन्होंने ओबामा सरकार के नेतृत्व में ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर किसी व्यापाक समाधान तक पहुंचने के लिए की जा रही वार्ता का भी विरोध किया है.

दोनों नेताओं के बीच तनाव उस वक्त और स्पष्ट हो गया, जब ओबामा प्रशासन की आपत्ति के बावजूद रिपब्लिकन सांसदों के आमंत्रण पर नेतन्याहू ने इस माह की शुरुआत में अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया था.

इधर, नेतन्याहू के सोमवार के बयान से एक बार फिर नया विवाद पैदा होता नजर आया, जब वह द्वि-राष्ट्र समाधान की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हटते दिखे, जिसका अमेरिका दो दशकों से समर्थन करता आ रहा है.

जबकि विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने गुरुवार को कहा था कि अमेरिकी सरकार यह महसूस करती है कि इजरायल के प्रधानमंत्री ने अपने रुख को बदल दिया है, वहीं अमेरिका इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए प्रतिबद्ध है.

By parshv